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क्या आप जानते हैं 30 सीटों वाली पुड्डुचेरी विधानसभा की हिस्ट्री
पुड्डुचेरी। पुड्डुचेरी जहां कभी फ्रेंच शासन था आज देश का केंद्र शासित राज्य है। पिछले दिनों इस राज्य में भी विधानसभा चुनाव हुए और अब यहां पर फिर से नई सरकार गठन को तैयार है। लेकिन क्या आप पुड्डुचेरी विधानसभा के इतिहास के बारे में जानते हैं।
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जी
हां
एक
ऐसी
विधानसभा
जहां
पर
सिर्फ
30
सीट्स
ही
हैं
और
जो
अपने
आप
में
एक
रिकॉर्ड
है।
आइए
आज
आपको
इसी
विधानसभा
के
इतिहास
के
बारे
में
बताते
हैं।
पुड्डुचेरी
के
शुरुआती
दिन
- पुड्डुचेरी राज्य चार जिलों पुड्डुचेरीख् कराईकल, माहे और यानाम को मिलाकर बना है।
- यह चारों जिले फ्रेंच वर्ष 1962 से पहले तक फ्रेंच शासन के अधीन थे।
- भौगोलिक स्थिति की बात करें तो पुड्डुचेरी केंद्र शासित राज्य के तहत तीन क्षेत्र आते हैं।
- जहां पुड्डुचेरी और कराईकल जिला तमिलनाडु के कुछ जिलों से घिरा हुआ है।
- वहीं यानाम जिला आंध्र प्रदेश के ईस्ट गोदावरी जिले के पास है।
- वहीं इसका माहे जिला केरल राज्य की सीमा से सटा हुआ है।
- शासन में सुविधा के मकसद से इन चारों जिले के अंदर आने वाले क्षेत्रों को 39 विधानसभा क्षेत्रों में बांट दिया गया।
- केंद्र शासित राज्य बनने के बाद पुड्डुचेरी 30 विधानसभा सीटे में तब्दील हो गया।
- वर्ष 2005 में परसीमन आयोग ने इन सीटों का पुर्नगठन किया।
कैसी थी फ्रेंच शासन में विधानसभा
- वर्ष 1946 में फ्रेंच इंडिया, ओवरसीज टेरटरी ऑफ फ्रांस के तौर पर जाना जाने लगा।
- उस समय एक प्रतिनिधि विधानसभा का निर्माण हुआ जिसमें 44 सीटें थीं।
- इन 44 सीटों में से पांच सीटें चंदेरनगर की थीं।
- उस समय पांडिचेरी के नाम से मशहूर पुड्डुचेरी के हिस्से में 22 सीटें थीं।
- कराईकल के हिस्से में उस समय 12 सीटें थीं।
वर्तमान समय में विधानसभा का स्वरूप
- पुड्डुचेरी विधानसभा का ढांचा एक संघीय है।
- विधानसभामें 30 सदस्य हैं
- मताधिकार प्रक्रिया के तहत सभी सदस्यों का चयन होता है।
- यूनियन टेरटरीज एक्ट 1963 के तहत विधानसभा का कार्यकाल पांच वर्ष का है।
- विधानसभा में 16 समितियां हैं।
विलय और संघ शासित राज्य के तौर पर गठन
- 1 नवंबर 1954 को फ्रांस की सरकार ने चार क्षेत्रों को भारत के हिस्से में विलय कर दिया।
- इसके बाद 16 अगस्त 1962 को पूरे राज्य को भारत में मिला दिया गया।
- इसके बाद भारत सरकार ने यूनियन टेरटरी एक्ट 1963 को यहां पर सक्रिय कर दिया।
- 1 जुलाई 1963 को यह कानून असितत्व में आया और इस केंद्र शासित राज्य को देश का हिस्सा करार दिया गया।
- इस केंद्र शासित राज्य में केंद्र सरकार के सभी नियम सिर्फ कुछ सीमा तक ही लागू हो सकते हैं।
- भारतीय सविंधान के 239वें आर्टिकल के तहत राष्ट्रपति यहां पर एक एडमिनिस्ट्रटेर की नियुक्ति करते हैं।
- राष्ट्रपति ही यहां पर मुख्यमंत्री की नियुक्ति करते हैं और मुख्यमंत्री की सलाह पर बाकी मंत्रियों की नियुक्ति होती है।
कैसा होता है शासन
- पुड्डुचेरी में शासन का केंद्र लेफ्टिनेंट गर्वनर यानी उप-राज्यपाल होते हैं।
- उप-राज्यपाल पुड्डुचेरी के रंगापिल्लाई स्ट्रीट स्थित उसी निवास में रहते हैं जो फ्रेंच शासन के समय फ्रेंच गर्वनर काआधिकारिक निवास था।
- केंद्र सरकार के पास पुड्डुचेरी के वित्तीय प्रबंधन का जिम्मा होता है।
- केंद्र सरकार की ओर से पुड्डुचेरी को कुछ अनुदान दिया जाता है जो हर वर्ष बजट में एड कर लिया जाता है।
- केंद्रशासित राज्य पुड्डुचेरी भी में टैक्स देश के बाकी हिस्सों की तुलना में काफी कम है।
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English summary
Puducherry Legislative Assembly History in Hindi.
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