पुडुचेरी जाते ही दक्षिण में खाली हुई हुई कांग्रेस, जानिए कितने राज्यों तक सिमटी पार्टी
पुडुचेरी को खोने के बाद कांग्रेस अब दक्षिण से पूरी तरह साफ हो गई है और देश के महज 5 राज्यों में ही पार्टी की सरकार बची है।
नई दिल्ली। पुडुचेरी विधानसभा में मुख्यमंत्री वेलु नारायणसामी के बहुमत खोने के बाद दक्षिम में कांग्रेस का आखिरी किला भी ढह गया। एक महीने के भीतर कई कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे से पहले ही संकट में घिरी 'कांग्रेस-डीएमके' के गठबंधन वाली पुडुचेरी सरकार रविवार को उस वक्त अल्पमत में आ गई, जब दो विधायकों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इन विधायकों के इस्तीफे के बाद 33 सीटों वाली पुडुचेरी विधानसभा में सरकार के पास केवल 12 विधायकों का ही समर्थन बचा और बहुमत के अभाव में सरकार गिर गई। पुडुचेरी को खोने के बाद कांग्रेस अब दक्षिण से पूरी तरह साफ हो गई है और देश के महज 5 राज्यों में ही पार्टी की सरकार बची है।
Recommended Video
पुडुचेरी के बाद जिन पांच राज्यों में कांग्रेस की सरकार बची है, वो हैं- पंजाब, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र और झारखंड। इनमें से महाराष्ट्र और झारखंड में कांग्रेस का सीएम नहीं है और पार्टी वहां गठबंधन में है। 2018 में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ और राजस्थान के अलावा मध्य प्रदेश में भी जीत हासिल की थी, लेकिन पार्टी के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के बाद प्रदेश की कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई और मुख्यमंत्री कमलनाथ को इस्तीफा देना पड़ा। इनके अलावा राजस्थान में भी हाल ही में पार्टी नेता सचिन पायलट की बगावत से कांग्रेस सरकार पर संकट के बादल घिर आए थे, लेकिन अशोक गहलोत ने किसी तरह अपनी सरकार को गिरने से बचा लिया।
पुडुचेरी
में
कैसे
शुरू
हुआ
कांग्रेस
का
संकट
आपको
बता
दें
कि
2016
में
हुए
पुडुचेरी
विधानसभा
चुनाव
में
कांग्रेस
ने
राज्य
की
15
सीटों
पर
जीत
हासिल
की
थी।
वहीं,
तीन
सीटों
पर
डीएमके
को
जीत
मिली।
जुलाई
2019
में
काग्रेस
विधायक
एन
धनवेलो
को
दलबदल
विरोधी
अधिनियम
के
तहत
विधानसभा
स्पीकर
ने
अयोग्य
घोषित
कर
दिया।
इसके
बाद
पुडुचेरी
में
कांग्रेस
सरकार
का
संकट
उस
वक्त
शुरू
हुआ,
जब
एक
महीने
के
भीतर
कांग्रेस
के
4
विधायकों
ने
इस्तीफा
दे
दिया।
इनमें
से
2
विधायकों
ने
जनवरी
और
2
ने
पिछले
हफ्ते
अपने
इस्तीफे
सौंपे।
एक
साथ
4
विधायकों
के
इस्तीफे
से
संकट
में
घिरी
नारायणसामी
सरकार
को
अगला
झटका
उस
वक्त
लगा,
जब
रविवार
को
कांग्रेस
के
एक
और
डीएमके
के
एक
विधायक
ने
इस्तीफा
दे
दिया।