एलजी किरण बेदी के खिलाफ धरना, सड़क पर सोए पुडुचेरी के मुख्यमंत्री
नई दिल्ली। पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायनसामी अपने मंत्रियों के साथ उपराज्यपाल किरण बेदी के खिलाफ धरने पर बैठे हैं। इस धरने के दौरान मुख्यमंत्री अपने कैबिनेट मंत्रियों और विधायकों के साथ बुधवार रात राज निवास के बाहर सड़क पर ही सो गए। पुडुचेरी के सीएम ने किरण बेदी पर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि ये धरना चुनी हुई सरकार के कामों में दखल देने और कल्याणकारी योजनाओं को रोकने के विरोध में किया जा रहा है।
एलजी के खिलाफ धरना, सड़क पर सो गए मुख्यमंत्री
पुडुचेरी के मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने (एलजी) सरकार की मुफ्त चावल योजना को खारिज कर दिया और फाइल लौटा दिया। वे चुनी हुई सरकार के कामकाज को कैसे रोक सकती हैं। दरअसल, किरण बेदी ने बाइक सवारों को तल्काल प्रभाव से हेलमेट पहनना अनिवार्य किया था, जिसके बाद से ही सरकार के साथ उनका विवाद बढ़ गया। सीएम नारायणसामी इसके खिलाफ थे, वे इसको चरणबद्ध तरीके से लागू करना चाहते थे। इसको लेकर कुछ विधायकों ने प्रदर्शन भी किया था।
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किरण बेदी पर लगाए कई आरोप
राज निवास के बाहर प्रदर्शन कर रहे मुख्यमंत्री की मांग है कि उपराज्यपाल चावल योजना सहित कुल 39 योजनाओं को मंजूरी दें। उनका आरोप है कि पीएम मोदी के इशारे पर किरण बेदी ये सब कर रही हैं। उन्होंने कहा कि किरण बेदी कामकाज में बाधा उत्पन्न कर सरकार के खिलाफ साजिश कर रही हैं। सीएम ने कहा कि जब से किरण बेदी पुडुचेरी की उपराज्यपाल बनी हैं, वे सरकार के विकास-कार्यों को रोक रही हैं। वे कैबिनेट और सरकार के फैसलों को लगातार नजरअंदाज करती रही है, उनका ये रवैया पुडुचेरी के लिए हानिकारक है।
किरण बेदी ने कहा- सीएम ने इंतजार नहीं किया
वहीं, उपराज्यपाल किरण बेदी ने मुख्यमंत्री को खत लिखा है और 21 फरवरी सुबह 10 बजे बातचीत के लिए बुलाया है। किरण बेदी ने अफसोस जताया कि सीएम ने अपने पत्र के जवाब का इंतजार किए बिना राज निवास के सामने धरना शुरू दिया। उन्होंने कहा कि ये तरीका मुख्यमंत्री के पद पर बैठे व्यक्ति को शोभा नहीं देता है। उन्होंने कहा कि राज निवास के पास कोई मामला लंबित नहीं है। उन्होंने कहा कि सीएम बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं और पुडुचेरी के लोगों को गुमराह कर रहे हैं। वे मोटर वाहन एक्ट के उल्लंघन करने की खुलेआम धमकी देते हैं।