Nirbhaya Case: अब दोषी पवन ने दायर की याचिका, सरकारी वकील ने कोर्ट से फांसी की नई तारीख बताने को कहा
नई दिल्ली। निर्भया मामले में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दोषी मुकेश की दया याचिका खारिज कर दी। जिसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने फाइल दिल्ली सरकार के पास भेज दी है। वहीं तिहाड़ जेल की तरफ से सरकारी वकील ने दिल्ली की अदालत को जानकारी दी है कि राष्ट्रपति ने दोषी मुकेश की दया याचिका खारिज कर दी है। सरकारी वकील ने फांसी की नई तारीख और वक्त बताने का आग्रह किया है।
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मामले पर सुनवाई साढ़े 4 बजे तक टाल दी गई है। तिहाड़ जेल प्रशासन से पूछा गया है कि क्या दोषी मुकेश को उसकी दया याचिका खारिज होने के बारे में जानकारी दी गई है। निर्भया केस के दोषी पवन गुप्ता ने भी दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। हाईकोर्ट ने दोषी के नाबालिग होने की अर्जी खारिज कर दी थी। पवन के वकील ने इस बात की जानकारी दी।
निर्भया की मां ने निराश होकर कहा कि, मैं मोदी जी से हाथ जोड़कर कहना चाहती हूं कि 2014 में आपने कहा था बहुत हुआ नारी पर वार अबकी बार मोदी सरकार, प्रधानमंत्री जी एक बच्ची की मौत के साथ मजाक ना होने दें। चारों दोषियों को 22 तारीख को फांसी पर लटकाएं और दिखाएं की हम नारी पर अत्याचार नहीं होने देंगे। मनीष सिसोदिया और प्रकाश जावड़ेकर के बयान पर उन्होंने कहा, जब 2012 में घटना हुई इन्हीं लोगों ने हाथ में तिरंगा लिया, खुब नारे लगाए, खुब रैली की। लेकिन अब वही लोग एक बच्ची की मौत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।
निर्भया के पिता ने दिल्ली सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि दिल्ली सरकार तब तक सोई रही, जब तक हम लोग नहीं आगे बढ़े, आखिर दिल्ली सरकार ने जेल अथॉरिटी से पहले क्यों नहीं कहा था कि आप फांसी के लिए नोटिस जारी करो, तब तक उन्होंने जेल प्रशासन से कुछ नहीं कहा। उन्होंने कहा कि यदि चुनाव से पहले कोई फैसला नहीं आता है तो इसके जिम्मेदार अरविंद केजरीवाल होंगे।
इसपर दिल्ली के सीएम और AAP नेता अरविंद केजरीवाल ने कहा, दिल्ली सरकार के अधीन सभी काम हमारे द्वारा घंटों के भीतर पूरे किए गए। हमने इस मामले से संबंधित किसी भी कार्य में देरी नहीं की। हम चाहते हैं कि दोषियों को जल्द से जल्द फांसी दी जाए।
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