पंजाब: किताबों से सिख गुरुओं का इतिहास हटाने के आरोप के बाद PSEB ने लिया ये फैसला
चंडीगढ़: पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड ने फैसला किया है कि कक्षा 11 की इतिहास की किताब वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी। विपक्ष ने आरोप लगाया था कि पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड ने 12वीं की किताबों से सिख गुरुओं के इतिहास को हटा दिया है।पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड के एक उच्च अधिकारी ने बताया कि कक्षा 11 की इतिहास की किताब अगले 10 दिनों में वेबसाइट पर अपलोड कर दी जाएगी। इसके बाद इसका प्रिंट वर्जन जारी किया जाएगा।
अकाली दल और आम आदमी पार्टी सहित विपक्ष ने आरोप लगाया था कि पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड ने 12वीं की किताबों से सिख गुरुओं के इतिहास को हटा दिया है। जबकि कांग्रेस ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया था और कहा था कि सिख गुरुओं के इतिहास से संबंधित पाठ्यक्रम को हटाया नहीं गया बल्कि क्लास 12 से क्लास 11 में शिफ्ट किया गया है।
अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने सीएम अमरिंदर सिंह को चुनौती दी और कहा कि वो मीडिया में जवाब दें कि उन्होंने सिखों के इतिहास को 12वीं के पाठ्यक्रम से नहीं हटाया।
ये बहस तब शुरू हुई जब प्राइवेट पब्लिशर्स की जगह पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड ने इतिहास की किताबों को प्रकाशित करने का फैसला किया और और प्राइवेट पब्लिशर्स की तूलना में कम मूल्य पर किताबों को देने का फैसला किया। प्राइवेट पब्लिशर्स की कक्षा 12 की इतिहास की किताबों का औसत मूल्य 450 रु होता है जो कि पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड 91 रु फिक्स कर दिया।