Farmers protest: किसानों और सरकार के बीच आज बैठक, वार्ता से पहले शाह से मिले तोमर
नई दिल्ली। Farmers protest updates. केंद्र सरकार और किसान संगठनों (farmers organization) के बीच 30 दिसंबर यानि आज एक बार फिर से वार्ता होने वाली है। इससे पहले मंगलवार शाम को गृह मंत्री अमित शाह (amit Shah) ने केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर (narendra singh tomar) और पीयूष गोयल के साथ एक अहम बैठक की है। वार्ता से पहले इस बैठक को महत्वपूर्ण माना जाना रहा है।
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सरकार और किसान संगठनों के बीच अब तक हुई पांच दौर की बातचीत बेनतीजा रही है। केंद्र ने गतिरोध को समाप्त करने के लिए कल होने वाली अगले दौर की वार्ता के लिए 40 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया है। उधर मंंगलवार को अमित शाह ने नरेन्द्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल के साथ बैठक की। सूत्रों के अनुसार, इस मुलाकात के दौरान तय किया गया है कि कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रेल मंत्री गोयल और वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री सोम प्रकाश किसानों के साथ वार्ता में केंद्र का प्रतिनिधित्व करेंगे।
मंत्रियों ने इस बैठक में इस बारे में चर्चा की कि बुधवार को किसानों के साथ होने वाली वार्ता में सरकार का क्या रुख रहेगा। किसान संगठनों ने 30 दिसंबर को सरकार के साथ बातचीत के लिए भले ही हामी भर दी हो, लेकिन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर वे अब भी अड़े हुए हैं। वहीं 40 किसान यूनियनों का प्रतिनिधित्व करने वाले संयुक्त किसान मोर्चा ने मंगलवार को अपने पत्र में कहा कि, चर्चा केवल तीन कानूनों को निरस्त करने और एमएसपी पर कानूनी गारंटी देने के तौर-तरीकों पर होगी।
पत्र में कहा गया कि, बैठक के एजेंडे में एनसीआर एवं इससे सटे इलाकों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के संबंध में जारी अध्यादेश में संशोधन को शामिल किया जाना चाहिये ताकि किसानों को दंडात्मक प्रावधानों से बाहर रखा जा सके। पत्र के जरिए मोर्चा ने वार्ता के लिए सरकार के आमंत्रण को औपचारिक रूप से स्वीकार किया है। पत्र में यह भी कहा गया कि किसानों के हितों की रक्षा के वास्ते बिजली संशोधन विधेयक 2020 को वापस लिए जाने का मुद्दा भी वार्ता के एजेंडे में शामिल होना चाहिए।
इस बीच, केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों ने बुधवार को सरकार के साथ होने वाली बातचीत के मद्देनजर अपना प्रस्तावित ट्रैक्टर मार्च बृहस्पतिवार तक स्थगित कर दिया है। इससे पहले, संयुक्त किसान मोर्चा ने घोषणा की थी कि 30 दिसंबर को सिंघू बॉर्डर और टीकरी बॉर्डर से कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) राजमार्ग तक ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा। पंजाब, हरियाणा और देश के कुछ अन्य हिस्सों से आए हजारों किसान दिल्ली के निकट सिंघू बॉर्डर, टीकरी बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर पिछले 31 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं।
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