देश के आईटी हब में बंद का ऐलान करोड़ों के व्यवसाय और आम जिंदगी पर भारी
आम जिंदगियों का एक दिन कष्टदायक
बेंगलोर एक ऐसा शहर है जहां पूरे देशभर से पलायन करके लोग आए हैं। यहां रोजगार के लिए लाखों लोग देश के विभिन्न राज्यों से आए लोग रहते हैं जिनका नाश्ते से लेकर रात के खाना तक बाहर रेस्टोरेंट व दुकानों पर होता है। लेकिन इस बंद से भले ही यौन हिंसा का विरोध जताया गया हो लेकिन यह भी सच है कि इससे लाखों आम जिंदगियां भी प्रभावित हुई हैं।
बैंकों के दरवाजे भी बंद मिले
आज सुबह पूरे शहर में दुकानों से लेकर हर व्यवसायिक स्थल और बैंकों में भी बंद का माहौल है। लोग भी कम ही बाहर निकल रहे हैं। अॉटो से लेक सार्वजनिक वाहन सड़कों पर कम ही नजर आए। बसों में आम दिनों से कहीं ज्यादा कम लोग दिखाई दिए।
कई मां-बाप ने अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजा
इस बंद के ऐलान से कई मा-पिता ने अपने बच्चों को आज मजबूरन घर में ही रखा। क्योंकि बाहर सन्नाटा पसरा था। ज्यादातर लोग घर पर अवकाश लेकर घर में रखी चीजों से ही खाने की जुगाड़ करने में लगे रहे।