नागरिकता कानून को लेकर नॉर्थ ईस्ट में प्रदर्शन, गुवाहाटी-डिब्रूगढ़ में कर्फ्यू में ढील
गुवाहाटी। नागरिकता बिल के खिलाफ पूर्वोत्तर में बवाल और हंगामे के साथ देश के अलग अलग हिस्सों में भी विरोध प्रदर्शन जारी है। असम, त्रिपुरा में सेना तैनात है और कर्फ्यू भी लागू है। गुवाहाटी में आज (शनिवार) को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक के लिए कर्फ्यू में ढील दी गई है। जबकि मोबाइल इंटरनेट और मैसेजिंग सेवा अभी भी बंद है। उधर, कोहिमा में नागा स्टूडेंट्स फेडरेशन ने आज छह घंटे के लिए बंद का आह्वान किया है। वहीं डिब्रूगढ़ में सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक कर्फ्यू में छूट दी गई है। डिब्रूगढ़ डेप्युटी कमिश्नर गोपाल पल्लव झा ने इस बात की जानकारी दी है।
मेघालय में भी तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए अभी इंटरनेट सेवाओं पर रोक बरकरार है। हालांकि शिलॉन्ग में हिंसक प्रदर्शनों के बाद विभिन्न हिस्सों में लगाए कर्फ्यू में शुक्रवार को सुबह दस बजे से 12 घंटे की ढील दी गई थी। पर, मोबाइल इंटरनेट और मैसेजिंग सेवा अभी भी निलंबित है। हिंसक प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए असम की राजधानी गुवाहाटी और अन्य स्थानों पर सेना और असम राइफल्स की आठ टुकड़ियां तैनात की गई हैं। रक्षा जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल पी खोंगसाई ने बताया कि बिगड़ती कानून व्यवस्था को नियंत्रण में लाने के लिए गुवाहाटी के अलावा मोरीगांव, सोनितपुर और डिब्रूगढ़ जिलों के नागरिक प्रशासन ने सेना और असम राइफल्स की मांग की है। इस विधेयक के खिलाफ प्रदर्शनकारियों के हिंसा पर उतर जाने के बाद बुधवार को सेना बुलाई गई थी।
उधर, पश्चिम बंगाल में भी अब इस कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। कई जगह पर प्रदर्शनकारियों ने सार्वजनिक संपत्तियों को आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों की पुलिस से भी कई जगहों पर हिंसक झड़पें हुईं। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा रेलवे स्टेशन परिसर को आग के हवाले कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने आरपीएफ कर्मियों से भी मारपीट की। ग्रामीण हावड़ा, मुर्शिदाबाद, बीरभूम, बर्दवान के इलाके ओर उत्तरी बंगाल जैसे पश्चिम बंगाल के मुस्लिम बहुल इलाकों में जबर्दस्त प्रदर्शन हुए।