नहीं थम रहा छात्राओं का आक्रोश, BHU ने कहा- आंदोलन राजनीति से प्रेरित
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित प्रतिष्ठित काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में गुरूवार शाम लड़की के साथ हुई छेड़छाड़ के मामले में छात्रों का विरोध प्रदर्शन थम नहीं रहा है। बीते 2 दिनों से छात्र विश्वविद्यालय के मुख्य गेट के सामने धरना दे रहे हैं। उनकी मांग है कि विश्वविद्यालय के कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी कार्रवाई करें। हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि ये आंदोलन राजनीति से प्रेरित है। दूसरी ओर छात्राओं ने जानकारी दी कि गुरुवार को BHU में भारत कला भवन के पास छात्रा के साथ बाइक सवार लड़कों ने छेड़खानी की।
पीड़ित छात्रा के चिल्लाने के बाद भी कुछ ही दूरी पर मौजूद BHU के सुरक्षाकर्मी मदद के लिए आगे नहीं आया। घटना के बाद घबराई छात्रा हॉस्टल वापस चली गई जहां उसने साथी को पूरी बात बताई।जिसके बाद आक्रोशित छात्राए हॉस्टल से निकलकर नारेबाजी करती हुई BHU गेट पहुंच गईं।
बीएचयू में गुरुवार शाम छात्रा से छेड़खानी के विरोध में BFA(विज़ुअल आर्ट्स) की छात्रा आकांक्षा ने सर मुड़वाया लिया। आकांक्षा का हाथ में तख्ती लेकर इस प्रदर्शन करने की तस्वीर सामने आने के बाद से ही सोशल मीडिया पर छा गई। वहीं इस पूरे मामले में बीएचयू के कुलपति और प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने अजीब खामोशी की चादर ओढ़ ली है। बीएचयू प्रशासन के पास आकांक्षा जैसी विरोध प्रदर्शन कर रही हजारों छात्राओं के से मिलने के लिए समय तक नहीं है।
छात्राओं के इस तरह आंदोलन पर उतर जाने से बीएचयू प्रशासन काफी परेशान है। लड़कियों को आंदोलन में जाने से रोकने के लिए प्रशासन ने महिला हॉस्टल के मुख्य द्वार पर अंदर से ताला लटका दिया है। छात्राएं एक तरह से हॉस्टल के अंदर ही कैद हो गई है। सोशल मीडिया पर हॉस्टल की फोटो सामने आने के बाद से ही बीएचयू प्रशासन कटघरे में है। फिलहाल लड़कियों को आंदोलन करते हुए करीब 24 घंटे हो चुके है और वे अभी भी बीएचयू के मेन गेट पर जमी हुई हैं। मेन गेट पर काफी बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई है। आंदोलन में शामिल लड़कियों की गिरफ्तारी की आशंका भी जताई जा रही है।