Farmers Protest: ट्रैफिक पुलिस ने जारी की नई एडवाइजरी, बोले अन्ना-'ये किसान हैं, कोई पाकिस्तानी नहीं'
Farmers Protest: कृषि कानून (Farm Laws 2020) और न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर देशभर के किसान दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। किसानों के आंदोलन का आज चौथा दिन है। लाखों की तादात में इस वक्त किसान दिल्ली बॉर्डर पर इकट्ठा हैं, जिसकी वजह से सीमा पर आवाजाही बंद है। किसान नए कानून को वापस लेने के साथ-साथ अपनी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी की मांग कर रहे हैं और दिल्ली कूच करना चाहते हैं। किसान यूनियन ने अपनी प्रेसवार्ता में आज कहा कि सरकार की ओर से बुराड़ी में प्रदर्शन करने का प्रस्ताव हमें नामंजूर है।हम बिना शर्त सरकार से बातचीत चाहते हैं, बुराड़ी ओपन जेल की तरह है और वो आंदोलन की जगह नहीं है।हमसे सरकार बिना शर्त बात करे।
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किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए इस वक्त सिंधु बॉर्डर दोनों ओर से बंद कर दिया गया है, दिल्ली पुलिस की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि अभी भी सिंधु बॉर्डर दोनों तरफ से बंद हैं। मुकरबा चौक और जीटीके रोड से ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है। ट्रैफिक बहुत ज्यादा है इसलिए लोगों से अपील है कि वो सभी सिग्नेचर ब्रिज से रोहिणी,GTK रोड, NH 44 और आउटर रिंग रोड आने से बचें। यहां भारी भीड़ जमा है। हरियाणा जाने के लिए झारोदा, धानसा, दरौला, झाटीखेड़ा, बादुसरी, कपासहेड़ास रजोकरी NH-8, बिजवासन, पालम विहार और डूंडाहेड़ा बॉर्डर खुले हैं।
दिल्ली-हरियाणा की सीमा सिंधु बॉर्डर पर डटे हैं किसान
जहां किसान इस वक्त भारी संख्या में दिल्ली-हरियाणा की सीमा सिंधु बॉर्डर पर डटे हैं, वहीं दूसरी ओर इस मुद्दे पर राजनीति भी गर्मा गई है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि 'केंद्र सरकार किसानों से तुरंत बिना शर्त बात करे।'
'बात सुने सरकार, वे किसान हैं कोई पाकिस्तानी नहीं'
तो वहीं समाजसेवी अन्ना हजारे ने भी सरकार से अपील की है कि वो किसानों की बात सुने वो देश के अन्नदाता हैं, उन्होंने कहा कि वो किसानों की मांगों का समर्थन करते हैं, इस वक्त देश में किसान और सरकार की स्थिति भारत पाकिस्तान की तरह हो गई है लेकिन ऐसा होना नहीं चाहिए। सरकार को उनकी बातें सुननी चाहिए, किसान आज अहिंसा का पालन करते हुए आंदोलन कर रहे हैं, अगर कल किसान जब हिंसा करने पर उतर जाएंगे तब उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा, ये देश के किसान हैं कोई पाकिस्तानी नहीं हैं।