CAA-NRC के खिलाफ प्रदर्शन से ताज महल पर भी असर, 2 लाख लोगों ने कैंसल कराए टिकट
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश के कई राज्यों में भारी विरोध प्रदर्शन हो रहा है। दिल्ली के अलावा, उत्तर प्रदेश, बिहार, कर्नाटक, तमिलनाडु और कई अन्य राज्यों में इस कानून के खिलाफ राजनीतिक दल और मुस्लिम संगठन सड़कों पर उतरे हैं। इस प्रदर्शन के उग्र होने के कारण यूपी के कई जिलों में पिछले दिनों इंटरनेट सेवाएं बाधित रही हैं, जिसके कारण टेलीकॉम कंपनियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। आम लोगों के अलावा इस प्रदर्शन का असर पर्यटन पर भी पड़ा है।
2 लाख पर्यटकों ने कैंसिल कराया पास
रॉयटर्स के मुताबिक, सीएए के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन के कारण टूरिज्म इंडस्ट्री भी प्रभावित है। सात देशों ने भारत आने वाले नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है, जिनमें अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, इजरायल, सिंगापुर, कनाडा और ताइवान शामिल हैं। अभी तक पिछले दो हफ्तों में 2 लाख से अधिक पर्यटकों ने ताज महल जाने का पास कैंसल कराया है। दुनिया के चुनिंदा पर्यटन स्थलों में से एक आगरा के ताज महल का दीदार करने वालों की संख्या इन दिनों में घटी है।
आगरा में हर साल करीब 65 साल पर्यटक आते हैं
ताज के पास टूरिस्ट पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर दिनेश कुमार ने बताया कि 2018, दिसंबर से 2019 दिसंबर में पर्यटकों के आंकड़ों में 60 फीसदी की गिरावट आई है। उनका कहना है कि देशी-विदेशी पर्यटक सुरक्षा और यहां के हालात की जानकारी के लिए कंट्रोल रूम में फोन करते हैं। आगरा में हर साल करीब 65 साल पर्यटक आते हैं, यहां एंट्री फीस से ही 14 मिलियन डॉलर की कमाई होती है। बता दें कि एक विदेशी पर्यटक के लिए एंट्री फीस 1100 रु होती है।
यूपी में कई जगहों पर हुए हैं हिंसक प्रदर्शन
बता दें कि नागरकिता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर सबसे ज्यादा हिंसक प्रदर्शन उत्तर प्रदेश में हुए हैं, जिसे देखते हुए पर्यटक ताज का दीदार करने से फिलहाल कतरा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में इस हिंसक प्रदर्शन में 20 लोगों की मौत हुई है। इन हिंसक प्रदर्शनों के कारण ही सरकार ने कई जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया था जिसमें लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, आगरा, गाजियाबाद और गोरखपुर जिले भी शामिल हैं।