लोकसभा चुनाव 2019- वैशाली लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: बिहार की वैशाली लोकसभा सीट से लोक जनशक्ति पार्टी के रामा किशोर सिंह सांसद हैं। उन्होंने इस क्षेत्र से लगातार 5 बार सांसद रहे आरजेडी के कद्दावर नेता रघुवंश प्रसाद सिंह को 2014 के आम चुनाव में हराया था। रघुवंश प्रसाद सिंह आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। कहते हैं कि दुनिया में सबसे पहले गणतंत्र वैशाली में ही कायम हुआ था। लोकतंत्र की यह धरती भगवान महावीर की जन्मस्थली भी है और तीन बार गौतम बुद्ध के आगमन से भी वैशाली की धरती जुड़ी है।
2014 में लोजपा के पास आने से पहले वैशाली लोकसभा की सीट 1989 के बाद से ही जनता दल, समता पार्टी और आरजेडी के पास रही। दरअसल लोजपा के एनडीए में जाने के बाद से समीकरण ऐसा बदला कि आरजेडी के हाथ से यह सीट निकल गयी। वैशाली लोकसभा सीट में 6 विधानसभा क्षेत्र हैं। इनमें तीन पर यानी मीनापुर, कांटी और बरूराज की सीटों पर आरजेडी का कब्जा है। बीजेपी के पास पारू और जेडीयू के पास वैशाली यानी एक-एक सीट हैं, जबकि कांटी की सीट निर्दलीय के पास है।
रामा किशोर सिंह का लोकसभा में प्रदर्शन
रामा किशोर सिंह की संसद में 69 फीसदी उपस्थिति रही है । इनके सांसद निधि कोष में दिसम्बर महीने तक 5 करोड़ रुपये खर्च होने बाकी थे। बाकी रकम विकास कार्यों में खर्च हुए हैं। एक संसद में सक्रियता के ख्याल से देखें तो राम किशोर सिंह ने 16 बार बहस में हिस्सा लिया। 198 सवाल उन्होंने सदन में उठाए। 3 पूरक प्रश्न भी पूछे। वे कोल एंड स्टील से जुड़ी समिति के सदस्य भी हैं।
2019 के लोकसभा सीट के ख्याल से देखें तो, अब जेडीयू भी एनडीए के साथ है इसलिए वर्तमान सांसद लोजपा के रामा किशोर सिंह के लिए जंग थोड़ी आसान हो गयी है। हालांकि महागठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर अगर आरजेडी के प्रत्याशी रघुवंश प्रसाद सिंह फिर से चुनाव लड़ते हैं तो टक्कर कड़ी होगी। क्योंकि, तब कांग्रेस का समर्थन भी उन्हें मिलेगा। कहना मुश्किल है कि जीत का ऊंट किस करवट बैठेगा।