लोकसभा चुनाव 2019: आउटर मणिपुर लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली। आउटर मणिपुर लोकसभा सीट की बात करें तो ये निर्वाचन क्षेत्र पूर्वोत्तर भारत के राज्य मणिपुर में आता है। यहां से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) के नेता थांगसो बैइते सांसद हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में थांगसो बाइते ने नेशनल पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) उम्मीदवार सोसो लोरहो को 15 हजार 637 वोटों से हराया था। इस चुनाव में थांगसो बाइते को कुल 2 लाख 96 हजार 770 वोट मिले थे, वहीं दूसरे नंबर रहे एनपीएफ उम्मीदवार सोसो लोरहो को 2 लाख 81 हजार 121 वोट मिले थे। इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदवार गंगमुमेई कामेई तीसरे नंबर पर रहे थे, उन्हें 75 हजार 828 वोट मिले थे। चौथे नंबर पर एनसीपी उम्मीदवार चुंगखोकाई डाउंगल रहे थे, जिन्हें 61 हजार 655 वोट मिले। 2014 लोकसभा चुनाव में इस सीट पर कुल 7 लाख 71 हजार 766 वोट पड़े थे, यानी करीब 84 फीसदी मतदान यहां हुआ था। वोट डालने वालों में 3 लाख 78 हजार 706 पुरुष मतदाता थे, वहीं महिला वोटरों की संख्या पुरुष मतदाताओं से भी ज्यादा 3 लाख 93 हजार 060 रही थी।
मणिपुर राज्य में लोकसभा की दो सीटें हैं, एक इनर मणिपुर और दूसरी आउटर मणिपुर लोकसभा सीट। आउटर मणिपुर लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित है। ये निर्वाचन क्षेत्र 1952 में अस्तित्व में आया। आउटर मणिपुर लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 9 लाख 18 हजार 966 है। इनमें 4 लाख 54 हजार 309 पुरुष वोटर थे, जबकि 4 लाख 64 हजार 657 महिला मतदाता हैं। आउटर मणिपुर लोकसभा क्षेत्र में कुल 28 विधानसभाएं हैं। इस सीट पर अब तक हुए लोकसभा चुनाव के नतीजों पर गौर करें तो कांग्रेस पार्टी सबसे ज्यादा बार जीत के आई है। 2014 और इससे पहले हुए 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार थांगसो बाइते ने ही लगातार दो बार जीत दर्ज की। वहीं साल 2004 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो आउटर मणिपुर सुरक्षित सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार मणि चारेनामेयी विजयी रहे थे। 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में इस सीट पर कुल 9 उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें 2 महिला और 7 पुरुष उम्मीदवार थे। 9 उम्मीदवारों में दोनों महिलाओं समेत 5 पुरुष उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी। इस चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार थांगसो बाइते ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी पीडीए के उम्मीदवार मणि चारेनामेयी को 1 लाख 21 हजार 356 वोटों से हराया था। बाइते को 3 लाख 44 हजार 517 वोट और चारेनामेयी को 2 लाख 24 हजार 719 वोट मिले थे।
आंकड़ें देखें तो ये सीट कांग्रेस के वर्चस्व वाली मानी जा सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि 1980 से अब तक हुए लोकसभा चुनाव में कुल 7 बार कांग्रेस पार्टी ने इस सीट पर जीत दर्ज की है, वहीं एक बार निर्दलीय उम्मीदवार ने यहां से बाजी मारी है। फिलहाल कांग्रेस के थांगसो बाइते यहां से सांसद हैं, उन्होंने इस सीट पर लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की है। थांगसो बाइचे की उम्र 73 साल है, वह पोस्ट ग्रेजुएट हैं और पेशे से सोशल वर्कर हैं। उनकी लोकसभा में उपस्थिति करीब 92 फीसदी रही है। इस दौरान उन्होंने लोकसभा की कार्यवाही के दौरान करीब 16 बार सवाल पूछे हैं, वहीं करीब 14 बहस में उन्होंने हिस्सा लिया है।
मणिपुर राज्य, भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में स्थित है, जिसकी सीमाएं नागालैंड, मिजोरम और म्यांमार (बर्मा) को छूती हैं, ये कुल 22,327 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है। इस राज्य में कुल नौ जिले हैं। मणिपुर की राजधानी इम्फाल है। मणिपुरी और अंग्रेजी यहां की प्रचलित भाषाएं हैं और करीब 29 अन्य बोलियां भी यहां के स्थानीय लोगों द्वारा बोली जाती हैं। भारत सरकार की ओर से 2011 में कराई गई जनगणना के अनुसार प्रदेश की कुल जनसंख्या 2,570,000 के करीब थी। जिसमें 51 फीसदी पुरुष और 49 फीसदी महिलाएं शामिल थीं। राज्य में कुल 12.05 फीसदी जनसंख्या वृद्धि और प्रत्येक 1000 पुरुषों के लिए 992 महिलाओं का लिंगानुपात है। यहां औसत साक्षरता दर 79.21 फीसदी है, वहीं पुरुष साक्षरता दर 86.06 फीसदी और महिला साक्षरता दर 71.73 फीसदी है।
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