जानिए, कौन हैं पीएम मोदी को टक्कर देने वाली शालिनी यादव, पढ़ें पूरा प्रोफाइल
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की सबसे अहम सीटों में से एक वाराणसी पर समाजवादी पार्टी ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। कांग्रेस छोड़कर एक दिन पहले सपा में शामिल हुईं शालिनी यादव को पार्टी ने वाराणसी से पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ मैदान में उतारा है। समाजवादी पार्टी की ओर से सोमवार देर शाम वाराणसी सीट शालिनी यादव के नाम का ऐलान किया था। शालिन यादव कांग्रेस के पूर्व सांसद व राज्यसभा के पूर्व उप सभापति श्यामलाल यादव की पुत्रवधू हैं। हालांकि इस सीट पर कांग्रेस की ओर से कोई प्रत्याशी घोषित नहीं किया गया है। हालांकि ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि इस सीट से खुद कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव लड़ सकती हैं। अगर वह इस सीट पर आती हैं तो मुकाबला बहुत ही रोचक होने की संभावना है।
कांग्रेस से है उनका पुराना नाता
शालिनी यादव के पारिवारिक पृष्ठभूमि की बात की जाए तो उनका कांग्रेस से पुराना रिश्ता है। शालिनी यादव पेशे से फैशन डिजाइनर हैं। जानकारी के मुताबिक उन्होंने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) से अंग्रेजी में ग्रैजुएट हैं। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर की रहने वाली शालिनी यादव की शादी स्व. श्यामलाल यादव के छोटे सुपुत्र अरुण यादव से हुई है। वे इससे पहले वाराणसी से मेयर का चुनाव लड़ चुकी हैं। शालिनी बीजेपी की मृदुला जायसवाल से भले ही हार गई, लेकिन एक लाख चौदह हजार वोट हासिल करने में कामयाब रही थीं। एक इंटरव्यू में शालिनी ने खुद बताया कि वह कॉलेज टाइम से ही सामाजिक मुद्दों पर काम करती रही हैं क्योंकि उनके पिता का गांव से बहुत लगाव था। वह अभी भी यही चाहती हैं कि गांव के विकास में कैसे ज्यादा से ज्यादा योगदान दे सकें।
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गांधी परिवार से भी बेहद करीबी रिश्ता रहा है शालिनी के परिवार का
शालिनी भले ही शादी के बाद एक राजनीतिक परिवार से आती हैं लेकिन उनके पिता इंजीनियर थे और बीएचयू से गोल्ड मेडलिस्ट थे। इसके अलावा उनके भाई और बहन दोनों इंजीनियर हैं। शालिनी यादव के ससुर श्याम लाल यादव कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे हैं, जिनका कांग्रेस ही नहीं बल्कि गांधी परिवार से भी बेहद करीबी रिश्ता रहा है। श्याम लाल यादव 1984 में वाराणसी लोकसभा सीट से सांसद चुए गए थे। इसके बाद राज्यसभा के सदस्य बने और 1988 में राजीव गांधी सरकार में केंद्रीय मंत्री भी बने। श्याम लाल यादव राज्यसभा के डिप्टी चैयरमैन भी बने थे। शालिनी के पति अरुण यादव जरूर कांग्रेस पार्टी में सीधी पकड़ रखते हैं।
हाल ही में प्रियंका के साथ काशी यात्री में हुईं थीं शामिल
दस दिन पहले तक वो कांग्रेस महासचिव और पूर्वांचल की प्रभारी प्रियंका गांधी के साथ नजर आ रही थीं। प्रियंका गांधी ने जब प्रयागराज से काशी का दौरा किया था, इस दौरान शालिनी प्रियंका गांधी की गंगा यात्रा में उनके साथ लागातार देखने को मिलीं थीं। लेकिन सोमवार को कांग्रेस के हाथ छोड़कर सपा की साइकिल पर सवार हो गईं। कांग्रेस छोड़कर सपा में शामिल शालिनी को टिकट देने से पार्टी कार्यकर्ता खुश हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ गया है, क्योंकि उन्हें लग रहा है कि उन्हें कम से कम अपनी पार्टी के प्रत्याशी के चुनाव प्रचार का मौका मिलेगा। यही हाल बसपा का भी है। प्रत्याशी की घोषणा के बाद सपा-बसपा नेताओं ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है।
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