PROFILE: जानिए कौन है वंदना चव्हाण, जिन्हें विपक्ष ने बनाया उपसभापति पद का उम्मीदवार
नई दिल्ली। राज्यसभा में उपसभापति पद उम्मीदवार को लेकर विपक्ष के अंदर चला रहा गतिरोध खत्म हो गया है। विपक्ष ने शरद पवार की नेशनल कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की वंदना चव्हाण के नाम पर अंतिम मुहर लगा दी। वंदना चव्हाण का मुकाबला जेडीयू हरिवंश से है। वंदना चव्हाण को संयुक्त उम्मीदवार बनाकर कांग्रेस एक तरफ जहां अपनी सहयोगी एनसीपी को खुश करना चाहती है तो वहीं उसे इस बात का भी भरोसा है कि एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार इस चुनाव में बीजद का समर्थन हासिल कर लेंगे
वंदना के पिता विजय राव मोहिते फेमस वकील थे
वंदना के पिता विजय राव मोहिते को बेहद काबिल वकीलों में शुमार किया जाता था। उन्होंने देश के कई बड़े क्रिमिनल लॉयर्स को अपने साथ ट्रेंड किया। वंदना के पति हेमंत चव्हाण भी बड़े वकील हैं। पुणे में जन्मी वंदना की पढ़ाई लिखाई यहीं पर हुई। वंदना का मां जयश्री मोहिते लॉ की पार्ट-टाइम लेक्चरर थीं। वंदना ने बीएससी के बाद लॉ की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने पुणे के सिंबोसिस कॉलेज में लेक्चरर के तौर पर पढ़ाया भी है।
राजनीति में उनके शुरुआती मार्गदर्शक सुरेश कलमाड़ी थे
वंदना साल 1997-98 में पुणे शहर की मेयर रह चुकी हैं। उस दौरान वो ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ मेयर्स की वाइस चेयरपर्सन भी रहीं। मेयर रहने के दौरान वंदना अपनी पार्टी के भीतर से उठ रही विरोध की आवाजों के बावजूद बायो डायवर्सिटी पार्क बनाने का प्लान तैयार करवाया था। ऐसा माना जाता है कि राजनीति में उनके शुरुआती मार्गदर्शक सुरेश कलमाड़ी थे। हालांकि बाद में वह एनसीपी में चलीं गईं। इसके बाद वे 2012 में महाराष्ट्र से एनसीपी की तरफ से राज्यसभा के लिए चुनी गईं।
वंदना का मुकाबला जेडीयू के हरिवंश से है
राज्यसभा के उपसभापति पद के लिए एनडीए की ओर से प्रत्याशी जेडीयू सांसद हरिवंश होंगे। वह इससे पहले हिंदी अखबार प्रभात खबर के संपादक रह चुके हैं। अप्रैल, 2014 में राज्यसभा के लिए बिहार से चुने गए थे। उनका कार्यकाल अप्रैल, 2020 में पूरा होगा। हरिवंश का जन्म उत्तर प्रदेश के बलिया में 30 जून, 1956 को हुआ था। उन्होंने बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में एम अर्थशास्त्र और पत्रकारिता की पढ़ाई की।
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