लोकसभा चुनाव 2019: मेरठ लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की मेरठ लोकसभा सीट पर 2009 से भाजपा का कब्जा है। यहां से बीजेपी के राजेंद्र अग्रवाल सांसद हैं लगातार दूसरी बार सांसद हैं। 2014 में यहां राजेंद्र अग्रवाल और बसपा नेता शाहिद अखलाक के बीच 20 प्रतिशत वोटों का अंतर था। राजेंद्र अग्रवाल की पिछले 5 सालों में लोकसभा में उनकी उपस्थिति 98 प्रतिशत रही है। इन्होंने 165 डिबेट में हिस्सा लिया और 290 प्रश्न पूछे।
खेल के सामान और कैंची के मशहूर मेरठ यूपी का दसवां निर्वाचन क्षेत्र है. इस निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत 5 विधान सभा क्षेत्र आते हैं, ये हैं- किठौर, मेरठ छावनी, मेरठ, दक्षिण मेरठ और हापुड़। हापुड़ अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। 1991 के लोकसभा चुनावों में पहली बार भारतीय जनता पार्टी ने मेरठ सीट पर जीत हासिल की थी। यहां से भाजपा से अमर पाल सिंह सांसद चुने गए जो कि लगातार तीन बार इस सीट से एमपी रहे। 1999 में ये सीट कांग्रेस के हाथ आ गई और अवतार सिंह भदाना यहां से एमपी चुने गए।
2004 में बहुजन समाज पार्टी के हाजी शाहिद अखलाक़ लोकसभा का चुनाव जीत के सांसद बने, 2009 में भाजपा की वापसी हुई और राजेंद्र अग्रवाल सांसद की सीट पर बैठे और तब से अग्रवाल ही मेरठ के सांसद हैं।
यूपी के चर्चित शहरों में से एक मेरठ की 63 प्रतिशत आबादी हिंदू और 34 प्रतिशत जनसंख्या मुस्लिम है, साल 2014 के चुनाव में 1764388 वोटरों ने हिस्सा लिया था, जिसमें 55 प्रतिशत पुरुष और 44 प्रतिशत महिलाएं शामिल थीं।