महाराष्ट्र चुनाव 2019: जानिए माहिम विधानसभा सीट के बारे में
मुंबई। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखों का चुनाव आयोग ने ऐलान कर दिया है। इसके साथ ही तमाम राजनीतिक दलों में सियासी दांवपेंच का खेल शुरू हो गया है। प्रदेश में मुख्य राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी, शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी हैं, जिन्होंने इस चुनावी समर में जीत का दावा करना शुरू कर दिया है। प्रदेश में विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं, ऐसे में किसी भी पार्टी को सत्ता में आने के लिए 145 सीटों का आंकड़ा छूना होगा। प्रदेश में चुनाव 21 अक्टूबर को होगा, जबकि नतीजों की घोषणा 24 अक्टूबर को की जाएगी। माहिम विधानसभा सीट की बात करें तो पिछले विधानसभा चुनाव में यहां से शिवसेना के सदा सरवंकर ने जीत दर्ज की थी, उन्होंने मनसे के नितिन सरदेसाई को चुनाव में मात दी थी।
शिवसेना
का
दबदबा
पिछले
विधानसभा
चुनाव
में
शिवसेना
के
सदा
ने
कुल
33.97
फीसदी
वोट
यानि
46,291
वोट
हासिल
किए
थे।
जबकि
मनसे
के
नितिन
सरदेसाई
के
खाते
में
कुल
40,350
यानि
29.61
वोट
आए
थे।
तीसरे
पायदान
पर
यहां
भाजपा
के
विलास
अंबेकर
रहे
थे।
उन्होंने
कुल
24.55
फीसदी
यानि
33,446
वोट
मिले
थे।
इस
सीट
पर
मुख्य
रूप
से
कांग्रेस,
शिवसेना
और
के
बीच
मुकालबा
रहा
है।
हालांकि
पिछले
चुनाव
में
मनसे
दूसरे
पायदान
पर
यहां
रही
थी।
आबादी,
साक्षरता
माहिम
की
कुल
आबादी
2011
के
जनगणना
के
अनुसार
1,841,488
है,
जिसमे
975,399
पुरुष
और
866,089
महिलाएं
हैं।
साक्षरता
की
बात
करें
तो
यहां
पर
कुल
1,458,796
लोग
साक्षर
हैं,
जिनमे
पुरुषों
की
संख्या
797,342
और
महिलाओं
की
संख्या
661,454
है।
साक्षरता
दर
कुल
89.41
फीसदी
है,
जिसमे
पुरुषों
की
साक्षरता
92.14
%
और
महिलाओं
की
साक्षरता
86.33
फीसदी
है।
यहां
पर
सर्वाधिक
आबादी
हिदुओं
की
है।
हिंदुओं
की
कुल
आबादी
यहां
पर
73.91
फीसदी
है।
विधानसभा
चुनाव
2014
पिछले
विधानसभा
चुनाव
की
बात
करें
तो
यहां
की
कुल
288
विधानसभा
सीटों
में
से
भारतीय
जनता
पार्टी
ने
कुल
122
सीटों
पर
जीत
दर्ज
की
थी
और
सबसे
बड़े
दल
के
रुप
में
उभरी
थी।
यहां
वहीं
शिवसेना
ने
63
सीटों
पर
जीत
दर्ज
की
थी।
दिलचस्प
बात
यह
है
कि
25
साल
के
इतिहास
में
पहली
बार
चेंबूर
में
पिछले
विधानसभा
के
चुनाव
की
बात
करें
तो
यहां
पर
पहली
बार
शिवसेना
ने
अकेले
चुनाव
लड़ा
था।
वहीं
कांग्रेस
को
सिर्फ
42
सीटों
पर
जीत
मिली
थी।
शरद
पवार
के
नेतृत्व
वाली
एनसीपी
के
खाते
में
41
सीटें
आई
थीं।