लोकसभा चुनाव 2019: हासन सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में सांसदों की प्रोफाइल की अगली कड़ी में कर्नाटक के हासन संसदीय सीट के बारे बात करते हैं जहां से वर्तमान में जनता दल (सेकुलर) के फाउंडर एचडी देवेगौड़ा सांसद हैं। कर्नाटक के हासन जिले के रहने वाले और वोक्कालीगा जाति से ताल्लुक रखने वाले देवेगौड़ा की न सिर्फ कर्नाटक में बल्कि पूरे भारत में एक कद्दावर राजनेता के रूप में छवि है। कांग्रेस से अपने राजनीति करियर की शुरूआत करने वाले देवेगौड़ा ने 1953 से 1962 तक कांग्रेस के लिए काम किया। 1975 में इंदिरा गांधी द्वारा लगाए आपातकाल का विरोध करने पर देवेगौड़ा को जेल भी जाना पड़ा था। 1991 में वे हासन लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद के रूप में चुने गए। देवेगौड़ा ने राज्य की समस्याओं, विशेष रूप से किसानों की समस्याओं के निवारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने किसानों की दुर्दशा के बारे में संसद में स्पष्ट रूप से अपने विचार व्यक्त किये जिसके लिए सभी ने उनकी प्रशंसा की। संसद और इसके संस्थानों की प्रतिष्ठा और गरिमा बनाये रखने के लिए भी सभी ने उनकी खूब प्रशंसा की।
1994 में देवेगौड़ा जनता दल के अध्यक्ष बने। 1994 में राज्य में जनता दल की जीत के सूत्रधार वही थे। वे जनता दल के नेता चुने गए और 11 दिसम्बर 1994 को वे कर्नाटक के 14वें मुख्यमंत्री बने। इसके बाद उन्होंने रामनगर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और भारी बहुमत से जीत हासिल की। 30 मई 1996 को देवेगौड़ा ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देकर भारत के 11वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली।
अब बात करते हैं हासन संसदीय क्षेत्र के बार में तो यह कर्नाटक का एक जिला है। राज्य के दक्षिणी भाग में स्थित यह जिला राजधानी बेंगलूरु से कोई 200 किमी पश्चिम में और मैसूर से उत्तर-पश्चिम में बसा है। यहाँ प्राचीन, होयसल (11वीं सदी) राजाओं के पुरावशेष बेलूर, हालेबिडु जैसे स्थल है । इसके ठीक पश्चिम में पश्चिमी घाट शुरु हो जाते हैं। पश्चिमी-घाट के पर्वत और पुरावशेष दोनों पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है।
अब अगर कर्नाटक के हासन संसदीय सीट की बात की जाए तो यहां पर शुरू से ही जनता दल सेकुलर और कांग्रेस का दबदबा रहा है। 1977 से लेकर अब तक 5 पांच बार जनता दल सेकुलर ने जीत हासिल की है, वहीं 4 कांग्रेस ने हासन सीट पर कब्जा किया है। हालांकि, इस सीट से जनता दल सेकुलर का थोड़ा ज्यादा दबदबा नजर आता है। हासन संसदीय सीट की आबादी 20,16,896 हैं, जिसमें से ज्यादातर लोग ग्रामीण इलाकों में रहते हैं। हासन के करीब 78.50 फीसदी लोग ग्रामीण इलाकों में रहते हैं और करीब 22 फीसदी लोग शहरों में रह रहे हैं। इसके अलावा वर्ग के आधार पर देखे तो हासन में करीब 20 फीसदी अनुसूचित जाति के लोग है और 2 फीसदी से भी कम अनुसूचित जनजाति के लोग है।
इस सीट पर अगर वोटिंग टर्नआउट की बात करे तो 2014 में 73 फीसदी लोगों ने वोट किया था। पिछले लोकसभा चुनाव में हासन सीट पर कुल 11,47,172 लोगों ने वोट किया था, जिसमें से 5,61,082 महिलाओं और 5,86,090 पुरुषों ने वोट किया था। वहीं, संसद में हासन के सांसद के परफोर्मेंस की बात की जाए तो संसद में देवेगौड़ा एक भी सवाल नहीं उठा पाए हैं। वहीं, सिर्फ 54 फीसदी ही उपस्थित रहे हैं। हालांकि, देवेगौड़ा ने 16 डिबेट में भाग ले चुके हैं।