लोकसभा चुनाव 2019: बोंगांव लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की बोनगांव सीट से मौजूदा सांसद ममता ठाकुर हैं। फरवरी 2015 में यहां चुनाव हुए तो ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस की सीट पर ममता ठाकुर को चुनाव लड़ाया गया। उन्हें 539999 वोट मिले जबकि दूसरे नंबर पर रहे सीपीएम के देवेश दास जिन्हें 328214 वोट मिले और इसके साथ ही तृणमूल कांग्रेस यहां से 211785 वोटों से जीत गई। इस जीत के बाद ममता ठाकुर ने 23 फरवरी 2015 को अपने पद की शपथ ली थी। वह तृणमूल कांग्रेस की सीट से चुनाव लड़ी और यहां से जीती। अगर इस सीट की बात की जाए तो ममता ठाकुर से पहले यहां कपिल कृष्णा ठाकुर सांसद थे। जिन्होंने 18 मई 2014 को सांसद पद की शपथ ली थी वहीं 13 अक्टूबर 2014 को यह सीट खाली हो गई थी।
जनता को काफी उम्मीद थी अपने सांसद से, की वो उनके लिए काफी कुछ करेंगे। लेकिन, शायद वह उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए। कपिल ने किसी भी डिबेट में भाग नहीं लिया, कोई भी प्राइवेट मेंबर बिल संसद के पटल पर नहीं रखा और अपनी जनता के लिए कोई भी सवाल नहीं पूछा। लोकसभा में वह 48 फ़ीसदी प्रेजेंट रहे थे। 53 साल की ममता आठवीं तक पढ़ी हैं। संसद में आने के बाद से उन्होंने जनता के लिए कोई भी सवाल नहीं पूछा है। वहीं, उन्होंने 6 डिबेट्स में भाग लिया है तो कोई भी प्राइवेट मेंबर बिल संसद के पटल पर नहीं रखा है। अगर अटेंडेंस की बात की जाए तो वह 73 फ़ीसदी लोकसभा में मौजूद रही हैं। अगर इस सीट के इतिहास के बारे में बात करें तो साल 2009 के बाद से यहां ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस का कब्जा जा रहा है। लेकिन 2009 से 2014 तक यहां गोविंद चंद्र अक्षर सांसद थे। जनता ने उन्हें 546596 वोट देकर लोकसभा भेजा था। वहीं, दूसरे नंबर पर रहे थे सीपीआई(एम) के असीम जिन्हें 453770 वोट मिले थे और इसी तरीके से तृणमूल कांग्रेस को 2009 में यहां से जीत मिली थी। अभी देखना होगा कि आने वाले समय में मतलब कि 2019 में यहां से कौन जीत पाता है?
ये भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव 2019: बरहामपुर लोकसभा सीट के बारे में जानिए