लोकसभा चुनाव 2019: कोरबा लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ की कोरबा लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद भाजपा के बंशीलाल महतो हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में बंशीलाल महतो ने मात्र 4,265 वोटों से इस सीट पर जीत हासिल की थी। कोरबा लोकसभा क्षेत्र 2009 में अस्तित्व में आया था। पहली बार यहां से कांग्रेस नेता चरण दास महंत सांसद बने।
साल 2014 में बीजेपी ने कांग्रेस से यह सीट छीन ली। कोरबा लोकसभा की सीट तीन ज़िलों में फैली हुई हैं। भरतपुर-सोनहट, मनेंद्रगढ़ और बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र कोरिया ज़िले में पड़ता है तो रामपुर, कोरबा, कटघोरा और पाली-तानाखर कोरबा ज़िले में है। मरवाही विधानसभा क्षेत्र बिलासपुर ज़िले में आता है। कोरबा लोकसभा क्षेत्र में 21 लाख 32 हज़ार से ज्यादा वोटर हैं। यहां आदिवासियों की आबादी 45 फीसदी है। 9 फीसदी अनुसूचित जाति के मतदाता हैं। ग्रामीण आबादी 69 फीसदी से अधिक है।
कोरबा लोकसभा सीट में 8 विधानसभा क्षेत्र हैं। इनमें 4 आदिवासियों के लिए सुरक्षित सीट हैं। कांग्रेस के पास 6 विधानसभा की सीटें हैं जबकि बीजेपी और छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के पास एक-एक सीट है। कांग्रेस के पास जो 6 सीटें हैं उनमें शामिल हैं भरतपुर-सोनहट, मनेंद्रगढ़, बैकुंठपुर, कोरबा, कटघोरा, पाली-तानाखर। रामपुर सीट बीजेपी के पास और मरवाही छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के पास है। अगर 2013 विधानसभा चुनाव को याद करें तो कोरबा लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस के पास केवल कटघोरा की सीट थी। बाकी सीटों पर बीजेपी का कब्जा था। वहीं अगर लोकसभा चुनाव 2014 के नतीजे को विधानसभावार देखें, तो कांग्रेस को तीन विधानसभा क्षेत्रों- कोरबा, कटघोरा और मनेंद्रगढ़- में बढ़त मिली थी, बाकी सीटें बीजेपी के पास रहीं।
बंशीलाल महतो का लोकसभा में प्रदर्शन
बीजेपी सांसद डॉ बंशीलाल महतो ने अपने सांसद निधि का क्षेत्र में बेहतर उपयोग किया है। दिसम्बर 2018 तक की स्थिति के अनुसार 22.5 करोड़ रुपये भारत सरकार ने जारी किए। इनमें से ज्यादातर खर्च कर लिए गये। महज 1 करोड़ 88 लाख की राशि बची रह गयी। अगर संसद में डॉ महतो के परफॉर्मेंस पर नज़र डालें तो डॉ महतो ने दिसंबर 2018 तक 34 बार बहस में हिस्सा लिया। वो 14 बार विशेष उल्लेख के तहत बहस में शरीक हुए। 422 सवाल उन्होंने संसद में पूछे। एक पूरक प्रश्न भी रखा। एक सरकारी और एक निजी बिल डॉ महतो ने पेश किए। डॉ बंशीलाल महतो दो कमेटियों के भी सदस्य रहे हैं। इनमें कोल एंड स्टील और ओबीसी कल्याण के लिए कमेटी शामिल हैं।
कोरबा लोकसभा सीट पर 2019 में कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। इस लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली विधानसभा सीटों पर अजित जोगी की पार्टी ने भी दमखम दिखाया है। मरवाही की सीट पर जीतने में अजित जोगी सफल रहे, तो रामपुर में उनकी पार्टी दूसरे नम्बर पर रही। कटघोरा विधानसभा क्षेत्र में भी पार्टी को 30 हज़ार से ज्यादा वोट मिले। अगर पूरे लोकसभा सीट के नजरिए से देखें तो अजित जोगी की पार्टी को सभी 8 विधानसभा सीटों पर 2 लाख से ज्यादा वोट मिले। कोरबा में यह देखना भी दिलचस्प होगा कि बीजेपी सांसद बंशीलाल महतो के मुकाबले बीजेपी किसे अपना उम्मीदवार बनाती है। चरण दास महंत छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री हो चुके हैं। चर्चा है कि उनकी पत्नी ज्योत्सना महंत को पार्टी टिकट दे सकती है। अजित जोगी भी इस लोकसभा सीट से ताल ठोंक सकते हैं। ऐसे में कोरबा लोकसभा सीट त्रिकोणात्मक संघर्ष की गवाह बनेगी।