लोकसभा चुनाव 2019: खेड़ा लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: गुजरात की खेड़ा लोकसभा सीट से वर्तमान मौजूदा सांसद भाजपा के देवुसिंह जेसिंगभाई चौहान हैं। उन्होंने साल 2014 के चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस नेता दिनेश पटेल को 232, 901 मतों से पराजित किया था। देवुसिंह जेसिंगभाई चौहान को यहां पर 568, 235 वोट मिले थे, तो वहीं दिनेश पटेल को मात्र 335,334 वोटों पर संतोष करना पड़ा था। साल 2014 के चुनाव में यहां पर कुल मतदाताओं की संख्या 15,99,476 थी, जिसमें से मात्र 9,55,906 लोगों ने अपने मतों का प्रयोग यहां पर किया था, जिसमें पुरुषों की संख्या 5,42,955 और महिलाओं की संख्या 4,12,951 थी।
खेड़ा लोकसभा सीट का इतिहास
साल 1962 से लेकर साल 1984 तक यहां पर केवल कांग्रेस का ही राज रहा, उसके विजयी रथ को साल 1989 में जनता दल ने रोका था, इसके बाद 1991 के चुनाव में यहां पर भाजपा ने पहली बार जीत का परचम लहराया लेकिन 1996 के चुनाव में यहां पर कांग्रेस की जबरदस्त वापसी हुई और दिनेश पटेल यहां से लगातार 5 बार जीतकर लोकसभा पहुंचे, वो 1996, 1998, 1999, 2004 और 2009 के चुनाव में यहां से विजयी हुए और लोकसभा में खेड़ा का प्रतिनिधित्व किया लेकिन साल 2014 के चुनाव में उन्हें भाजपा के देवुसिंह चौहान से करारी हार झेलनी पड़ी।
देवुसिंह जेसिंगभाई चौहान का लोकसभा में प्रदर्शन
राजनीति में आने से पहले देवुसिंह जेसिंगभाई चौहान ने पोरबंदर के सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की शिक्षा प्राप्त की है और इसके बाद वो 1989 से 2002 तक ऑल इंडिया रेडियो (AIR)में इंजीनियर के रूप में काम किया है। दिसंबर 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 5 सालों के दौरान लोकसभा में उपस्थिति 83 प्रतिशत रही है और इस दौरान उन्होंने मात्र 21 डिबेट में हिस्सा लिया है और 285 प्रश्न पूछे हैं ।
खेड़ा लोकसभा सीट, एक परिचय- प्रमुख बातें-
सुनहरी पत्तियों की भूमि कहा जाने वाला गुजरात का खेड़ा 7194 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। यह गुजरात का सबसे बड़ा तम्बाकू उत्पादक क्षेत्र है। इस प्राचीन नहर की स्थापना पांचवीं शताब्दी में हुई थी। खेड़ा के जैन मंदिर खूबसूरत नक्काशी और कारीगरी के लिए प्रसिद्ध हैं। खंभात यहां का जाना माना ऐतिहासिक स्थल है जो मिठाइयों और पत्थर की खूबसूरत कारीगरी के लिए विख्यात है। डाकोर यहां का प्रमुख तीर्थस्थल है, जहां के दर्शन के लिए सैकड़ों की संख्या में यहां लोग आते हैं। यहां की आबादी 25,03,828 है, जिसमें से 61 प्रतिशत लोग ग्रामीण और 21 प्रतिशत लोग शहरी इलाके में रहते हैं, यहां पर 6.17% लोग एससी वर्ग के और 1.38% लोग एसटी वर्ग के हैं।
खेड़ा लोकसभा सीट कांग्रेस की सेफ सीटों में से एक मानी जाती रही है लेकिन साल 2014 के मोदी लहर में यह सीट भाजपा के खाते में चली गई जो कि उसके लिए किसी कुठारघात से कम नहीं था लेकिन तब और आज के सियासी हालात में अंतर है, गुजरात विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी के अच्छे प्रदर्शन से कांग्रेस के अंदर आत्मविश्वास की वृद्धि हुई है और इसी वजह से वो यहां अपनी हार का बदला लेने की पूरी कोशिश इस बार करेगी तो वहीं इसमें कोई शक नहीं कि इस सीट पर अपने प्रभु्त्व को बचाए रखने का दवाब भाजपा पर भी जबरदस्त होगा, देखते हैं कि यहां की जनता इस बार अपना आशीर्वाद किसे देती है क्योंकि इस सीट का सिंकदर तो वही होगा, जिसे जनता का साथ मिलेगा।