लोकसभा चुनाव 2019: जमशेदपुर लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: झारखंड की जमशेदपुर लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद भाजपा के बिद्युत बरन महतो हैं। वो पहली बार इस सीट से जीतकर आए हैं। इस सीट पर मतदाताओं की संख्या 15,81,665 है, जिसमें से 8,11,632 पुरुष और 7,70,033 महिला मतदाता हैं। इस चुनाव में 66 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस लोकसभा चुनाव में 5,48,176 पुरुष और 5,00,964 महिलाओं ने मतदान किया था।
जमशेदपुर लोकसभा सीट का इतिहास
जमशेदपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में कुल 6 विधानसभा क्षेत्र हैं। इनके नाम बहरागोरा, घातसिला, पोटका,जुगसलाई, जमशेदपुर पूर्व और जमशेदपुर पश्चिम हैं|घातसिला और पोटका अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट है। जुगसलाई विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट है। जमशेदपुर पूर्व जो कि पूर्व सिंघभूमि का एक बड़ा हिस्सा है एक बड़ा औद्योगिक इलाका है। इस विधानसभा सीट पर 2005 से भाजपा का परचम लहरा रहा है। वहीँ जमशेदपुर पश्चिम में 2009 में इंडियन नेशनल कांग्रेस के बन्ना गुप्ता ने जीत दर्ज हासिल की और वहीं 2014 में भाजपा के सरयू रॉय ने बन्ना गुप्ता को हराया।
बिद्युत बरन महतो का लोकसभा में प्रदर्शन
संसद में बिद्युत बरन महतो के सांसद के तौर पर कार्यकाल और प्रदर्शन को देखा जाए तो इनकी उपस्थिति का औसत 93 प्रतिशत है जबकि राज्य औसत 86 प्रतिशत है। संसद में इनका प्रदर्शन काफी उम्दा रहा| प्रश्न पूछने का राष्ट्रीय औसत जहाँ 273 और राज्य औसत 406 है। वहीँ इनका व्यक्तिगत औसत 823 है जोकि बेहतरीन हैं। डिबेट में भागीदारी की बात करें तो राष्ट्रीय औसत 63.8 प्रतिशत और राज्य औसत 81.4 प्रतिशत के विपरीत इनका व्यक्तिगत औसत 92 प्रतिशत है जो कि एक अच्छा नम्बर है। अपने कार्यकाल में इन्होने 2 प्राइवेट मेम्बर बिल प्रस्तुत किये हैं।
जमशेदपुर , एक परिचय- प्रमुख बातें
जमशेदपुर जिसका दूसरा नाम 'टाटानगर' भी है, भारत के झारखंड राज्य का एक शहर है। यह झारखंड के दक्षिणी हिस्से में स्थित पूर्वी सिंहभूम जिले का हिस्सा है। जमशेदपुर की स्थापना को पारसी व्यवसायी जमशेदजी नौशरवान जी टाटा के नाम से जोड़ा जाता है। 1907 में टाटा आयरन ऐंड स्टील कंपनी (टिस्को) की स्थापना से इस शहर की बुनियाद पड़ी। इससे पहले यह साकची नामक एक आदिवासी गाँव हुआ करता था। यहाँ की मिट्टी काली होने के कारण यहाँ पहला रेलवे-स्टेशन कालीमाटी के नाम से बना जिसे बाद में बदलकर टाटानगर कर दिया गया। खनिज पदार्थों की प्रचुर मात्रा में उपलब्धता और खड़कई तथा सुवर्णरेखा नदी के आसानी से उपलब्ध पानी, तथा कोलकाता से नजदीकी के कारण यहाँ आज के आधुनिक शहर का पहला बीज बोया गया।
इस इलाके की जनसंख्या और निर्वाचक संख्या पर नजर डालें तो देखेंगे की इस इलाके की कुल जनसंख्या 22,93,919 जिसमे 44.44% ग्रामीण और 55.56% शहरी जनता है। 4.86% अनुसूचित जाति और 28.51% अनुसूचित जनजाति की जनता मिलाकर यहाँ पर का निर्वाचक एक बड़ा मजदूर वर्ग है। इस लोकसभा सीट पर स्ट्राइक रेट देखा जाए 2004 से इस सीट पर भाजपा का प्रतिशत जन मुक्ति मोर्चा के अपेक्षा ज्यादा है। 2014 से इस सीट पर काबिज़ महतो ने ससंद में अपना प्रदर्शन बेहतरीन दिखाया है और बाकी की बिसात किस तरह से बनेगी ये तो वक़्त ही बताएगा|