लोकसभा चुनाव 2019- जालौन लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की जालौन लोकसभा सीट पर इस वक्त भाजपा का कब्जा है, साल 2014 में यहां पर बीजेपी के भानु प्रताप सिंह ने बसपा के दिग्गज नेता ब्रजलाल खाबरी को 287202 वोटों से हराया था, जहां तक इस जिले के इतिहास की बात है तो वो भी काफी रोचक है, ऐसा कहा जाता है कि जिले का वर्तमान नाम ऋषि जलवान के नाम पर है, जो यहां प्राचीन काल में रहते थे, इस क्षेत्र पर हर्षवर्धन ने भी लंबा शासन किया था, जिसका जिक्र चीनी यात्री ह्यूएन त्संग की रिपोर्ट में भी मिलता है।
जनसंख्या के मामले में ये यूपी के 57 वें नंबर पर आता है, जालौन जिले की साक्षरता 73.7 प्रतिशत है, यहां की 'लंका मीनार' काफी मशहूर है, इस मीनार के अंदर रावण के पूरे परिवार का चित्रण है और ये 210 फीट ऊंची है। यहां सबसे पहला लोकसभा चुनाव 1962 में हुआ था, जिसमें कांग्रेस ने बाजी मारी थी और राम सेवक यहां के पहले एमपी बने थे, इसके बाद 1967 और 1971 में भी यहां कांग्रेस का राज रहा लेकिन 1977 में कांग्रेस से ये सीट भारतीय लोकदल ने छीन ली और रामचरण यहां से सांसद चुने गए।
इसके बाद 1980 और 1984 के चुनावों में यहां पर कांग्रेस का ही वर्चस्व रहा लेकिन 1989 में यहां जनता-दल ने खाता खोला लेकिन 1991 में भाजपा ने उससे ये सीट छीन ली, बीजेपी के गया प्रसाद कोरी तब यहां के सांसद बने थे, इसके बाद 1996 और 1998 दोनों ही चुनावों में यहां भाजपा ही जीती और भानु प्रताप सिंह एमपी बने लेकिन 1999 में यहां तख्ता पलट हुआ और बसपा के ब्रजलाल खाबरी ने भानु प्रताप सिंह को हैट्रिक पूरी नहीं करने दी लेकिन साल 2004 के चुनाव में एक बार फिर से बीजेपी ने कमाल किया और भानु प्रताप सिंह ने एमपी की कुर्सी संभाली लेकिन साल 2009 में यहां पहली बार सपा ने खाता खोला लेकिन 2014 में फिर से ये सीट भाजपा के खाते में गई और भानु प्रताप सिंह एमपी बने।
भानु प्रताप सिंह का लोकसभा में प्रदर्शन
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शामिल भानु प्रताप सिंह को लोग जमीनी नेता कहते हैं, पिछले 5 साल के अपने कार्यकाल के दौरान इनकी लोकसभा में उपस्थिति 96 प्रतिशत रही और इस दौरान इन्होंने 113 डिबेट में हिस्सा लिया और 112 प्रश्न पूछे। साल 2014 के चुनाव में इस सीट पर नंबर 2 पर बसपा, नंबर 3 पर सपा और नंबर 4 पर कांग्रेस रही थी। साल 2014 के चुनाव में 1887189 वोटरों ने हिस्सा लिया था, जिसमें 54 प्रतिशत पुरुष और 45 प्रतिशत महिलाएं शामिल थीं। जालौन में 69 प्रतिशत आबादी हिंदुओं की और 30 प्रतिशत जनसंख्या मुस्लिमों की है।