लोकसभा चुनाव 2019 : जालंधर लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: पंजाब की जालंधर लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद कांग्रेस के संतोख सिंह चौधरी हैं। जनता ने उन्हें 70 हजार से ज्यादा वोटों से जीता कर लोकसभा भेजा था। साल 2014 लोकसभा चुनाव में उन्हें 380479 वोट मिले थे। वहीं, दूसरे नंबर पर शिरोमणि अकाली दल के पवन कुमार रहे थे, जिन्हें 309498 वोट मिले थे। इस सीट के इतिहास पर नजर डाली जाए तो साल 1952 में पहली बार यहां से कांग्रेस पार्टी के अमरनाथ को जीत मिली थी।
जालंधर लोकसभा सीट का इतिहास
साल 1957 से लेकर 1977 तक कांग्रेस की सीट पर शरण सिंह सांसद रहे थे। साल 1977 में पहली बार शिरोमणि अकाली दल के इकबाल सिंह ढिल्लों को यहां से जीत मिली और वह लोकसभा पहुंचे। 1980 में दोबारा से कांग्रेस की वापसी हुई और राजेंद्र सिंह स्पैरो को जीत मिली जो 1989 तक सांसद रहे। 1989 में यहां से इंद्र कुमार गुजराल को जीत मिली। वह जनता दल की सीट से चुनाव लड़ रहे थे। 1991 में यहां दोबारा से इंडियन नेशनल कांग्रेस की वापसी हुई और यहां से 1993 से 1996 तक उमराव सिंह सांसद रहे। साल 1996 में दोबारा शिरोमणि अकाली दल जीती, दाबारा सिंह खेरा सांसद रहे और 1998 में यहां से इंद्र कुमार गुजराल को जीत मिली। 1999 में बलवीर सिंह कांग्रेस के सांसद रहे। 2004 से 2009 तक राणा गुरजीत सिंह सांसद थे। 2009 से 2014 तक महेंद्र सिंह के सांसद थे।
संतोख सिंह चौधरी का लोकसभा में प्रदर्शन
संतोख सिंह चौधरी ने दिसंबर 2018 तक 27 डिबेट में भाग लिया है। एक प्राइवेट मेंबर बिल संसद के पटल पर रखा है। 59 सवाल पूछे हैं। वहीं, लोकसभा में उनकी मौजूदगी 88 फ़ीसदी रही है। 23 लाख से ज्यादा आबादी वाली सीट पर इस बार कौन होगा सांसद यह पता चलेगा 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद। लगातार इस सीट से चार बार कांग्रेस पार्टी चुनाव जीत चुकी है तो देखना होगा कि 2019 में क्या कांग्रेस पार्टी अपनी जीत का सिलसिला जारी रख पाती है या इस बार कोई दूसरा सांसद यहां से चुनकर लोकसभा जाएगा। इस बार देखना होगा कि क्या कांग्रेस पार्टी इस सीट से किसी दूसरे नेता को टिकट देगी या सांसद साहब भी दोबारा चुनाव लड़ेंगे क्योंकि कई बार ऐसा देखा गया है कि कांग्रेस पार्टी यहां अपना नेता बदल लेती है।
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