लोकसभा चुनाव 2019: हजारीबाग लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: झारखंड के हजारीबाग से मौजूदा सांसद भाजपा के जयंत सिन्हा है। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में जयंत सिन्हा ने इंडियन नेशनल कांग्रेस के सौरभ नारायण सिंह को 159128 मतों के भरी अंतर से हराया। साल 2004 से लेकर अब तक के लोकसभा चुनावों में स्ट्राइक रेट को देखा जाए तो 67 प्रतिशत बार भाजपा ने बाजी मारी है और बाकी के 33 प्रतिशत जीत का हिस्सा कम्युनिस्ट पार्टी को जाता है। निर्वाचकों की संख्या को देखें तो यहाँ की कुल जनसंख्या 24,23,186 है जिसमे 70.81% ग्रामीण और 29.19% शहरी जनता है। इनमे से 15.25% जनता अनुसूचित जाति और 12.96% जनता अनुसूचित जनजाति से आती है। वहीँ यहाँ के निर्वाचक कुल 9,67,152 हैं जिनमे 5,15,008पुरुष एवं 4,52,144 महिला मतदाताओं ने वोट दिया। यानि की यहाँ का वोटिंग टर्न आउट 64 प्रतिशत रहा।
हजारीबाग भारत में झारखंड प्रान्त का एक जिला है। खूबसूरत पर्यटक स्थलों से भरा हजारीबाग झारखंड में स्थित है। हजारीबाग का अर्थ होता है हजार बागों वाला| अपने पर्यटन के लिए मशहूर इस क्षेत्र को भारत के लाल गलियारे का एक अहम हिस्सा माना जाता है। लाल गलियारा भारत के पूर्वी भाग का एक क्षेत्र है जहाँ नक्सलवादी उग्रवादी संगठन सक्रीय हैं। ऐतिहासिक रूप से हजारीबाग एक अहम स्थान है। यह क्षेत्र वर्ष 2000 से पहले बिहार का एक हिस्सा हुआ करता था। प्राकृतिक सम्पदा से भरपूर इस इलाके का प्रमुख खनिज है कोयला। और कोयले की खदानों में कार्य करना ही यहाँ के लोगों की जीविका का मुख्य साधन है।
प्रशासनिक तौर पर इस जिले के अंतर्गत 16 मण्डल और 5 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र आते हैं। इस जिले को दो सब डिवीज़न में बाँटा गया है - हजारीबाग और बरही। यह निर्वाचन क्षेत्र रामगढ़ और हजारीबाग जिले का पूरा हिस्सा कवर करता है। 5 विधानसभा क्षेत्र हैं बरही, बड़कागाँव , रामगढ़, मांडू और हजारीबाग। क्यूंकि यह क्षेत्र लाल गलियारे का एक अहम हिस्सा है इसलिए यहाँ की राजनीति पर भी माओवादियों और मार्क्सवादियों का पूरा असर दीखता है।
जयंत सिन्हा का लोकसभा में प्रदर्शन
जयंत सिन्हा के कार्यकाल और इनके प्रदर्शन पर एक नजर डालते हैं। संसद में इनकी उपस्थिति का औसत 97 प्रतिशत रहा, जो की राज्य उपस्थिति औसत 86% से काफी बेहतर है। प्रश्न पूछने के सम्बन्ध में इन्होने संसद में अपने कार्यकाल के दौरान मात्र 9 प्रश्न पूछे जोकि राज्य औसत 33 और राष्ट्रिय औसत 18 के समक्ष एक कम संख्या हैं। रही बात डिबेट्स में हिस्सा लेने की तो इन्होने राज्य औसत 6.5 और रास्ट्रीय औसत 5.1 के सामने केवल 2 डिबेट्स में हिस्सा लिया। जहाँ तक मसला आता है प्राइवेट मेम्बर बिल का तो इन्होने एक भी प्राइवेट मेम्बर बिल प्रस्तुत नहीं किया है संसद में।