लोकसभा चुनाव 2019- फतेहपुर लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की फतेहपुर लोकसभा सीट से 2014 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर साध्वी निरंजन ज्योति सांसद चुनीं गईं। अपने बयानों की वजह से हमेशा सुर्खियों में रहने वाली साध्वी निरंजन ने साल 2014 में यहां पर बसपा प्रत्याशी अफजल सिद्दीकी को 187206 मतों से हराया था। फतेहपुर शहर यूपी का प्राचिन शहर है, जिसक जिक्र पुराणों में मिलता है, वैदिक काल में इसे अंतर्देश भी कहा जाता था, जिसका मतलब होता है ऐसा उपजाऊ क्षेत्र जो दो नदियों के बीच में बसा हो, फतेहपुर 4,152 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है, यहां की औसत साक्षरता दर 77.69% है, जिसमें पुरुष साक्षरता दर 83.06% है और महिला साक्षरता दर 71.82% है।
फतेहपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत 6 विधान सभा क्षेत्र आते हैं, जिनके नाम हैं जहनाबाद, बिन्दकी, फतेहपुर,अयाह शाह, खागा और हुसैनगंज, जिसमें से खागा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। यहां 1957 में पहला लोकसभा चुनाव हुआ था, जिसे कि कांग्रेस ने जीता था, कांग्रेस के नेता अंसार हर्वानी यहां के पहले सांसद बने थे, 1971 और 1977 दोनों चुनावों में यहां कांग्रेस ने बाजी मारी लेकिन साल 1978 में यहां लोकदल ने बाजी मारी, 1980 में फिर से कांग्रेस ने दोबारा यहां जीत हासिल की और कांग्रेस के हरी कृष्णा शास्त्री यहां के सांसद बने, शास्त्री यहां लगातार दो बार जीते उसके बाद 1989 से जनता दल के टिकट पर विश्वनाथ प्रताप सिंह लगातार 2 बार इस सीट से जीते, जो बाद में देश के पीएम भी बने।
1996 में विश्वम्भर प्रसाद निषाद बहुजन समाज पार्टी की टिकट पर इस सीट से जीते, अगले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के अशोक कुमार पटेल ने यहां जीत हासिल की और लगातार 2 बार इस सीट से सांसद रहे, 2004 में बहुजन समाज पार्टी के महेंद्र प्रसाद निषाद फतेहपुर लोकसभा क्षेत्र से जीते, 2009 में समाजवादी पार्टी के राकेश सचान यहां के सांसद बने लेकिन साल 2014 में यह सीट भाजपा के पास आई और भाजपा नेता निरंजन ज्योति यहां की सांसद चुनी गईं।
साध्वी निरंजन ज्योति सामाजिक अधिकारिता कल्याण समिति की सदस्य भी हैं और केन्द्रीय राज्य मंत्री के रूप में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय भी संभाल रहीं हैं, पिछले 5 सालों के दौरान उनकी लोकसभा में उपस्थिति 100 प्रतिशत रही है, इस दौरान उन्होंने 18 डिबेट में हिस्सा लिया है, सदन के बाहर काफी तीखा बोलने वाली साध्वी निरंजन ज्योति ने केवल एक प्रश्न सदन में पूछा है। साल 2014 में यहां पर 1804753 मतदाताओं ने अपने मतों का इस्तेमाल किया था, जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 54 प्रतिशत और महिला मतदाताओं की संख्या 45 प्रतिशत थी। इस सीट पर नंबर 2 पर बसपा, नंबर 3 पर सपा और नंबर 4 पर कांग्रेस थी।फतेहपुर की 86 प्रतिशत आबादी हिंदू और 13 प्रतिशत मुस्लिमों की है। भाजपा और बसपा के बीच जीत का अंतर मात्र 17 प्रतिशत वोटों का था।