लोकसभा चुनाव 2019: फरीदाबाद लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: हरियाणा की फरीदाबाद लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद कृष्णपाल गुर्जर हैं। उन्होंने कांग्रेस के अवतार सिंह भड़ाना को 466,873 वोटों से हराया। हालांकि अब अवतार सिंह भड़ाना भाजपा में शामिल हो गए हैं। राजधानी दिल्ली से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर बसा फरीदाबाद हरियाणा का एक बड़ा इंडस्ट्रियल हब है और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में भी शामिल है। कृषि उत्पादों की बात करें तो यहां की मेंहदी दुनिया भर में सप्लाई होती है, और अगर फैक्ट्री उत्पादों की बात करें तो मोटर साइकिल, ट्रैक्टर, फ्रीज, जूते, टायर, आदि समेत 100 से अधिक उत्पादों का हब है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार ये दूसरा सबसे गंदा शहर है। यह शहर एक बड़ी संसदीय सीट का भाग है। सेंसर 2011 के अनुसार यहां की कुल 2,543,811 जनसंख्या है, जिनमें 46.27% लोग ग्रामीण इलाकों में रहते हैं और 53.73% लोग शहरों में। औरे अगर वोटरों की संख्या देखें तो 2014 में कुल 1,740,352 लोगों का नाम सूची में था। जिनमें से 651,411 पुरुषों और 479,315 महिलाओं ने वोट दिया। इस चुनाव में कुल 65 फीसदी वोट पड़े।
फरीदाबाद संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत 9 विधानसभा सीटें आती हैं। इनके नाम-हाथिन, होडल, पलवल, प्रिथला, फरीदाबाद निट, बडखल, बल्लभगढ़, फरीदाबाद और तीगांव हैं। इनमें से 3 सीटें कांग्रेस के पास, 3 भाजपा, दो आईएनएलडी के पास और एक बसपा के पास हैं। यानी यहां पर ये चारों पार्टियां बाजी पलट सकती हैं। फरीदाबाद लोकसभा सीट छठवीं लोकसभा के दौरान अस्तित्व में आयी। धरम वीर वशिष्ठ 1977 में यहां से पहली बार सांसद बने। भारतीय जनता पार्टी के चौधरी राम चंद्र भैंड्रा 1996 से 2004 तक सबसे लंबे समय तक सांसद रहे हैं। हालांकि इस सीट पर कांग्रेस ने सबसे अधिक समय तक शासन किया है। 2004 से 2014 तक अवतार सिंह बधाना यहां से सांसद रहे, लेकिन 2014 में मोदी लहर ने उनसे उनके वोट छीन लिये।
अवतार सिंह बधाना का वोट शेयर 2009 में 41.26 फीसदी था, जो 2014 में गिर कर मात्र 16.4 फीसदी रह गया। जबकि भाजपा का वोट प्रतिशत 30 प्रतिशत से बढ़ कर 57 फीसदी तक पहुंच गया। हालांकि आईएनएलडी का वोटशेयर 11 फीसदी रहा। इस साल भाजपा कांग्रेस में तो बड़ी टक्कर होगी ही, लेकिन आम आदमी पार्टी, आईएनएलडी और बसपा की मौजूदगी इन दोनों की परीक्षा को कठिन बना सकती है। और तो और इन तीनों पार्टियों से भी दमदार कैंडिडेट अपना दम दिखाने के लिये बेताब हैं।