लोकसभा चुनाव 2019- डुमरियागंज लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की डुमरियागंज लोकसभा सीट से भाजपा के जगदंबिका पाल सांसद हैं, साल 2014 में भाजपा ने ये सीट बसपा को 103588 वोटों से हराकर जीती थी। डुमरियागंज, सिद्धार्थनगर की तहसील है, जो कि यूपी के पिछड़े इलाकों में आता है, कहना गलत ना होगा कि भगवान बुद्ध की नगरी में आज भी विकास शून्य ही है। वैसे सिद्धार्थ नगर अपने 'काला नमक' चावल के लिए दुनिया भर में काफी मशहूर है, आयरन और जिंक से भरपूर इन चावलों का ज़िक्र संयुक्त राष्ट्र की खाद्य और कृषि सम्बन्धी संस्था ने अपनी किताब 'स्पेसिअलिटी राइस ऑफ वर्ल्ड' में भी किया है, वैसे बुनियादी जरूरतों के लिए तरस रहे सिद्धार्थ नगर को साल 2006 में देश के सबसे पिछड़े जिलो में शामिल किया गया था। यहां की आबादी 25,59,297 लाख है जिनमें पुरुषों की संख्या 12,95,095 और महिलाओं की संख्या 12,64,202 है।
सिद्धार्थ नगर की औसत साक्षरता दर 48.02% है , इस लोकसभा सीट में यूपी की पांच विधानसभा सीटें आती हैं, जिनके नाम हैं शोहरातगढ़, इटवा, कपिलवस्तु, डुमरियागंज और बंसी , जिसमें कपिलवस्तु की सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। 1957 में डुमरियागंज में पहला आमचुनाव हुआ, जिसे कि कांग्रेस के राम शंकर लाल ने जीता था और वो यहां के पहले सांसद चुने गए थे। 1962 के चुनावों में कांग्रेस और 1967 के चुनावों में जनसंघ ने जीत पाई थी, 1977 से 1989 तक अलग-अलग पार्टी के प्रत्याशियों ने डुमरियागंज का प्रतिनिधित्त्व लोकसभा में किया। 1991 में बीजेपी और 1996 में सपा ने इस सीट पर कब्ज़ा किया था, 1998 और 1999 के आमचुनाव जीतकर भाजपा की नज़र तीसरी जीत पर थी मगर 2004 में हुए चुनावों में बसपा ने उसके सपनों पर पानी फ़ेर दिया। 2009 में कांग्रेस के टिकट पर जगदंबिका पाल चुनाव जीतकर डुमरियागंज के सांसद बने थे और साल 2014 के चुनाव के ठीक पहले जगदंबिका पाल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे जिसके बाद वो भाजपा के टिकट पर जीतकर यहां से लोकसभा पहुंचे हैं।
जगदंबिका पाल का लोकसभा में प्रदर्शन
जगदंबिका पाल को 'वन डे वंडर ऑफ इंडियन पॉलिटिक्स' के नाम से जाना जाता है, क्योंकि साल 1998 में राजनीतिक हालातों की वजह से जगदंबिका पाल एक दिन के लिए यूपी के सीएम बने थे। पिछले 5 सालों के दौरान उनकी लोकसभा में उपस्थिति मात्र 91 प्रतिशत रही और इस दौरान उन्होंने मात्र 188 डिबेट में हिस्सा लिया और 370 प्रश्न पूछे हैं और 17 प्राइवेट मेंबर बिल भी पेश किए हैं। साल 2014 में यहां पर 1761415 मतदाताओं ने हिस्सा लिया, जिसमें 55 प्रतिशत पुरुष और 44 प्रतिशत महिलाएं शामिल थीं। उस साल यहां BSP दूसरे, SP तीसरे और PECP चौथे नंबर पर रही थी, डुमरियागंज में हिंदुओं की संख्या 54 प्रतिशत और मुस्लिमों की संख्या 42 प्रतिशत है।