लोकसभा चुनाव 2019: दमन एंड दीव लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: बीजेपी के लालूभाई पटेल वर्तमान में दमन एंड दीव लोकसभा सीट से सांसद हैं। उन्होंने लगातार दूसरी बार उन्होंने यह सीट जीती है। 2009 और 2014 में लालू भाई पटेल ने कांग्रेस को हराकर इस सीट पर कब्जा जमाया है। दमन एंड दीव लोकसभा सीट पर अब तक 9 बार चुनाव हुए हैं। इनमें चार बार कांग्रेस और इतने ही बार बीजेपी उम्मीदवार की जीत हुई है। एक बार निर्दलीय उम्मीदवार को यहां से जीतने में सफलता मिली है।
2014 के लोकसभा चुनाव में दमन एंड दीव में 1 लाख 11 हज़ार 827 मतदाता थे। इनमें 57 हज़ार 11 मतदाता पुरुष थे। यहां महिला मतदाताओँ की तादाद पुरुष के मुकाबले ज्यादा है। महिला वोटर की संख्या 44855 है। वहीं पुरुष मतदाताओं की संख्या 42,378 है। विगत चुनाव में 78 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाले थे। यानी 87 हज़ार 233 मतदाताओं ने मतदान किया था। बीजेपी उम्मीदवार बाबू भाई पटेल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के केतन दाह्याभाई पटेल को 9,222 मतों से पराजित किया था।
दमन एंड दीव,परिचय-प्रमुख बातें-
दमन एंड दीव केंद्र शासित प्रदेश में एक मात्र लोकसभा क्षेत्र है जो 1987 में अस्तित्व में आया था जब गोवा, दमन एंड दीव रीऑर्गनाइजेशन एक्ट 1987 लागू हुआ। तब से ही दमन एंड दीव की गोआ से अलग पहचान बनी। दमन एंड दीव लोकसभा क्षेत्र भौगोलिक रूप से भी दो हिस्सों में बंटा हुआ है। खम्बात की खाड़ी इसे दो हिस्सों में बांटती है। गुजरात और अरब सागर इसकी सीमाओं से मिलते हैं। दमन में गुजराती सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है। दूसरे नम्बर पर हिन्दी और तीसरे नम्बर पर अंग्रेजी बोलने वालों की तादाद है। यहां पुर्तगाली बोलने वाले भी हैं। इस लोकसभा क्षेत्र में 90 फीसदी से ज्यादा हिन्दू आबादी है। दूसरे नम्बर पर मुसलमान हैं जिनकी तादाद करीब 8 फीसदी है। ईसाई और अन्य करीब डेढ़ फीसदी हैं। दमन एंड दीव में साक्षरता की दर 87.1 प्रतिशत है।
सांसद लालू भाई पटेल संसद में बहुत कम सक्रिय रहे हैं। महज 5 बार उन्होंने लोकसभा के भीतर डिबेट में हिस्सा लिया। राष्ट्रीय औसत 63.8 है। इस लिहाज से उनकी सक्रियता बहुत कम है। लोकसभा में उन्होंने महज 21 सवाल पूछे। इस मामले में राष्ट्रीय औसत 273 है। संसद में उपस्थिति के मामले में लालू भाई पटेल का प्रदर्शन बहुत सामान्य है। उन्होंने 74 फीसदी उपस्थिति दर्ज करायी है। बीजेपी सांसद लालू भाई बाबू भाई पटेल की सांसद निधि में दिसम्बर 2015 तक 4 करोड़ 97 लाख रुपये बचे हुए थे। 25 करोड़ में से 17.5 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जा चुकी थी।
2019 के आम चुनाव में बीजेपी ने अपने सांसद लालू भाई पटेल को एक बार फिर चुनाव मैदान में खड़ा करने का एलान कर दिया है। एक तरह से लालू भाई पटेल के लिए हैट्रिक बनाने का ये मौका है। बीजेपी को पूरी उम्मीद है कि वह यह सीट बचाने में कामयबा रहेगी। देखना ये है कि बीजेपी से यह सीट छीनने के लिए कांग्रेस कौन सी रणनीति अपनाती है। कोई चौंकाने वाली रणनीति ही बीजेपी से दमन एंड दीव लोकसभा सीट छीन सकती है।
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