जानिए कौन हैं अल्ताफ बुखारी, जो बन सकते हैं जम्मू-कश्मीर के अगले मुख्यमंत्री
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में बीजेपी और पीडीपी के बीच गठबंधन टूटने के लगभग 6 महीने बाद फिर से नई सियासी हलचल देखने को मिल रही है। खबर है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और कांग्रेस पार्टी एक दूसरे के संपर्क में हैं और जल्द ही मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती हैं। पीडीपी नेता अल्ताफ बुखारी ने खुद सामने आकर बताया है कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को जल्द ही 'अच्छी' खबर मिल सकती है क्योंकि कांग्रेस, पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच सरकार बनाने को लेकर बात चल रही है। खबर ये भी है कि पीडीपी के वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व वित्त मंत्री अल्ताफ बुखारी प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री बन सकते हैं। आइये जानते हैं अल्ताफ बुखारी का पूरा प्रोफाइल...
इसे भी पढ़ें:- 'बीजेपी नहीं, कांग्रेस का प्रधानमंत्री ही बनवाएगा राम मंदिर'
अल्ताफ बुखारी पीडीपी के दिग्गज नेता हैं
पूर्व वित्त मंत्री अल्ताफ बुखारी पीडीपी के बड़े नेता हैं, उनका पूरा नाम सैयद अल्ताफ बुखारी है। पिछली बीजेपी-पीडीपी सरकार में बुखारी शिक्षा मंत्री थे, बाद में उन्हें वित्त मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया। दरअसल महबूबा मुफ्ती सरकार में वित्त मंत्री रहे हसीब द्राबू को कश्मीर पर विवादित बयान देने की वजह से मुख्यमंत्री ने उन्हें पद से हटा दिया था। द्राबू के हटाए जाने के बाद अल्ताफ बुखारी को अंतरिम वित्त मंत्री बनाया गया था।
अमीरा कदल विधानसभा सीट से विधायक हैं अल्ताफ बुखारी
अल्ताफ बुखारी श्रीनगर की अमीरा कदल विधानसभा सीट से विधायक हैं। 2014 में हुए जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में वो सबसे अमीर उम्मीदवार थे। उस समय उनकी कुल संपत्ति 84 करोड़ बताई गई थी। अल्ताफ बुखारी को कृषि में 35 साल से ज्यादा का अनुभव है। राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड का निदेशक पद संभाल चुके बुखारी आईआईटी दिल्ली के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स में भी रह चुके हैं। आईआईटी दिल्ली के बोर्ड में रहने के दौरान उन्होंने कृषि से जुड़ी कई रिसर्च कीं।
पीडीपी, एनसी और कांग्रेस में चल रही सरकार बनाने की चर्चा
बता दें कि इस साल जून में पीडीपी-बीजेपी गठबंधन से बीजेपी अलग हुई थी। जिसके बाद प्रदेश में राज्यपाल शासन लागू किया गया। 19 दिसंबर को राज्यपाल शासन की 6 महीने की मियाद पूरी हो रही है। ऐसे में कांग्रेस, पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच सरकार बनाने की कवायद शुरू हुई है।
इसे भी पढ़ें:- ना UPA, ना NDA! बिहार में 2019 को लेकर ये है कुशवाहा का 'मास्टर स्ट्रोक'