सत्ताधारी पार्टी के ऑफिस में छापेमारी पर महिला IPS के खिलाफ बिठाई जांच, मिली क्लीनचिट
तिरुवनंतपुरम। केरल में सत्तारूढ़ पार्टी सीपीएम के दफ्तर पर छापा मारना एक महिला पुलिस अधिकारी को भारी पड़ गया है। दरअसल केरल की यह महिला पुलिस अधिकारी ने तिरुवनंतपुरम में सीपीएम के तफ्तर पर छापा मारा था। जिसके बाद राज्य सरकार ने युवा पुलिस अधिकारी चित्रा टेरेसा जॉन के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश जारी कर कर दिए थे, हालांकि विभागीय जांच में उन्हें क्लीन चिट मिल गई है।
मुख्यमंत्री ने भी की थी महिला अधिकारी की आलोचना
बता दें कि केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने भी महिला पुलिस अधिकारी चित्रा टेरेसा जॉन की आलोचना की थी। मुख्यमंत्री ने कहा था कि कुछ निहित स्वार्थों की राजनीति में शामिल लोगों की छवि को बिगाड़ने के प्रवृत्ति रहती है। अब मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया है कि जांच में ऐसा कुछ नहीं मिला कि उन्होंने कोई गलती की है। पुलिस अधिकारी की माने तो जांच में पाया गया कि पुलिस अधिकारी ने कानूनी ढांचे और मौजूदा नियमों के तहत कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऐसा कदम उठाया था।
क्या है पूरा मामला
दरअसल महिला पुलिस अधिकारी जॉन ने 24 जनवरी की रात एक मामले में कुछ आरोपियों की तलाश के लिए सीपीएम के जिला कार्यालय पर छापा मारा था। पुलिस दल जिला कार्यालय में युवा इकाई डीवाईएफआई के कुछ नेताओं की तलाश में वहां पहुंचा था जो कि कथित तौर पर शहर के एक पुलिस थाने पर पथराव की घटना में शामिल थे। इसके बाद पार्टी के नेताओं ने इसकी शिकायत की जिसके बाद जॉन के खिलाफ जांच के आदेश दिए गये थे।
मुख्यमंत्री ने विधानसभा में दिया जवाब
यह मुद्दा जब गरमाया तो मुख्यमंत्री विजयन ने इस मुद्दे पर एक प्रतिवेदन का जवाब देते कहा कि आम तौर पर राज्य में पार्टी कार्यालयों के दफ्तरों पर ऐसी छापेमारी नहीं की जाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतांत्रिक समाज में यह जरूरी है कि पार्टी कार्यालयों के सुचारू कामकाज के लिए अनुकूल माहौल बनाया जाए और ऐसे संस्थानों की सुरक्षा को सामान्य रुप से पुलिस के कर्तव्य के तौर पर देखा जाता है।