जामिया फायरिंग पर बोलीं प्रियंका गांधी- प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए, वे कैसी दिल्ली बनाना चाहते हैं?
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली के जामिया नगर में सीएए विरोधी मार्च के दौरान अचानक हुई फायरिंग की घटना से हड़कंप मच गया। जिस तरह से ये पूरा मामला सामने आया और फायरिंग में जामिया यूनिवर्सिटी का एक छात्र घायल हो गया, उसको लेकर सियासत गरमा गई है। आम आदमी पार्टी, कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने सवाल खड़े किए हैं। अचानक हुई इस घटना पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर मोदी सरकार को घेरा। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि जब भाजपा सरकार के मंत्री और नेता लोगों को गोली मारने के लिए उकसाएंगे, भड़काऊ भाषण देंगे तब ये सब होना मुमकिन है।
Recommended Video
फायरिंग की घटना पर ये बोलीं प्रियंका गांधी
पूरा मामला तब सामने आया जब गुरुवार को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी के छात्र मार्च निकाल रहे थे। छात्रों का यह मार्च राजघाट तक जाना था। छात्र कॉलेज के सामने जुटे ही थे कि एक शख्स हाथ में तमंचा लहराते हुए आया और गोली चला दी। इस दौरान वहां पुलिस का बंदोबस्त भी था लेकिन किसी को उम्मीद नहीं थी कि ये शख्स इस तरह से गोली चला देगा। उनकी चलाई गई गोली एक छात्र को लगी, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, बाद में उसे एम्स रेफर कर दिया गया।
|
'वे हिंसा के साथ खड़े हैं या अहिंसा के साथ?'
दूसरी ओर पुलिस ने गोली चलाने वाले शख्स को तुरंत ही पकड़ लिया। मामले की तफ्तीश में पता चला कि फायरिंग करने वाला नाबालिग है। हालांकि, पुलिस मामले की पड़ताल में जुट गई है। दूसरी ओर इस मुद्दे पर सियासत भी गरमा गई। कांग्रेस नेता और पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया, इसमें उन्होंने लिखा 'जब भाजपा सरकार के मंत्री और नेता लोगों को गोली मारने के लिए उकसाएँगे, भड़काऊ भाषण देंगे तब ये सब होना मुमकिन है।प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए कि वे कैसी दिल्ली बनाना चाहते हैं? वे हिंसा के साथ खड़े हैं या अहिंसा के साथ? वे विकास के साथ खड़े हैं या अराजकता के साथ?'
फायरिंग से पहले आरोपी ने किया था फेसबुक LIVE
वहीं जिस शख्स ने फायरिंग की घटना को अंजाम उसके बारे में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। जानकारी के मुताबिक, नाबालिग आरोपी उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के जेवर इलाके का रहने वाला है। उसकी उम्र अभी 17 साल और करीब 10 महीने है। आरोपी खुद को कट्टर हिंदू बताता है। ये भी पता चला है कि जामिया जाकर सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों को डराने का फैसला उसने खुद ही लिया था। जामिया में फायरिंग से पहले उसने कथित तौर पर फेसबुक पर लाइव के जरिए इस तरह की वारदात को अंजाम देने का संकेत दिया था.....'शाहीन बाग खेल खत्म'।