चंद्रशेखर से मिलने के लिए प्रियंका गांधी को क्यों करना पड़ा 15 मिनट का इंतजार
नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में लगातार नया सियासी घटनाक्रम देखने को मिल रहा है। इसका ताजा उदाहरण बुधवार को देखने को मिला जब कांग्रेस महासचिव और पूर्वांचल की प्रभारी प्रियंका गांधी अचानक मेरठ पहुंची और भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर से अस्पताल में मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेस महासचिव और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया और यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर भी थे। हालांकि प्रियंका गांधी जब चंद्रशेखर से मिलने के लिए पहुंची तो उन्हें करीब 15 मिनट का इंतजार करना पड़ा। जानिए, ऐसा क्या हुआ जो प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस नेताओं को चंद्रशेखर से मिलने के लिए 15 मिनट इंतजार करना पड़ा?
चंद्रशेखर से मुलाकात में इसलिए लगे 15 मिनट
एनडीटीवी की खबर के मुताबिक, प्रियंका गांधी जब भीम आर्मी के मुखिया से मिलने के लिए पहुंची तो चंद्रशेखर के समर्थकों ने उनका रास्ता रोक दिया। आखिरकार काफी समझाने के बाद चंद्रशेखर के समर्थक मानें और प्रियंका गांधी, ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत बाकी नेता भीम आर्मी चीफ से मिलने अस्पताल में जा सके। इस पूरे घटनाक्रम में करीब 15 मिनट का समय लगा। चंद्रशेखर से मुलाकात को लेकर प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, "मैं यहां उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने आई हूं। वह एक युवा नेता हैं, वह बोलना चाहते हैं, लेकिन ये सरकार इतनी अहंकारी है, कि वो एक युवा नेता की आवाज को दबाना चाहती है।"
इसे भी पढ़ें:- यूपी में भाजपा के इस 'गढ़' से चुनाव लड़ सकती हैं शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी
चंद्रशेखर के समर्थकों ने रोक लिया था कांग्रेस नेताओं रास्ता
प्रियंका गांधी ने आगे कहा, "इस मुलाकात को राजनीति से जोड़कर नहीं देख जाना चाहिए। चंद्रशेखर युवा हैं, संघर्ष कर रहे हैं। उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाना चाहिए था, उन्हें बोलने की अनुमति दी जानी चाहिए। प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि उनका ये दौरा सिर्फ एकजुटता दिखाने का इशारा है।" भले ही प्रियंका गांधी ने इस मुलाकात को राजनीति से अलग बताया हो, लेकिन सियासी जानकार कांग्रेस के इस कदम को काफी अहम मान रहे हैं।
चंद्रशेखर ने कहा- पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाराणसी जाऊंगा
वहीं प्रियंका गांधी से मुलाकात के तुरंत बाद भीम आर्मी चीफ का बड़ा बयान सामने आया। चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हराने के लिए बनारस से चुनाव भी लड़ सकते हैं। वहीं, प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कांग्रेस नेताओं से के मिलने के मामले में खुद को राजनीति से अलग बताया। चंद्रशेखर ने कहा कि उन्होंने किसी को न्यौता नहीं दिया है, जो चाहें आ सकता है उनसे मिल सकता है।
प्रियंका गांधी की चंद्रशेखर से मुलाकात के बाद गरमाई सियासत
जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस नेता इमरान मसूद की पहल पर प्रियंका गांधी चंद्रशेखर से मिलने मेरठ पहुंची थीं। भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद को मंगलवार को सहारनपुर में बिना इजाजत रैली निकालने के आरोप में हिरासत में लिया गया था। इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें मेरठ के अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसी के बाद प्रियंका गांधी बुधवार को मेरठ में चंद्रशेखर से अस्पताल में मुलाकात के लिए पहुंची थीं।
इसे भी पढ़ें:- लोकसभा चुनाव 2019: आपके इलाके में कब है मतदान, यहां मिलेगी पूरी जानकारी