सांप के साथ खेलने के मामले में वन विभाग ने प्रियंका गांधी पर सुनाया फैसला, लोकसभा चुनाव प्रचार का है मामला
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का सांप के साथ एक वीडियो काफी वायरल हुआ था। ये वीडियो बीते दो मई का था, जब चुनाव प्रचार के दौरान प्रियंका गांधी रायबरेली जिले के हंसा का पुरवा गांव पहुंची थीं। इसी दौरान प्रियंका गांधी की तस्वीरें आईं जिसमें वो कुछ सपेरों के बीच मौजूद थीं और सांप देख रही थीं। इस वीडियो के सामने आने पर प्रियंका गांधी वाड्रा पर सांप के साथ खेलने का आरोप लगा। हालांकि अब इस मामले में प्रियंका गांधी को क्लीन चिट मिल गई है। वहीं इस मामले में दो सपेरों पर वन विभाग ने विभागीय मुकदमा दर्ज किया गया है।
प्रियंका गांधी के खिलाफ वन विभाग की जांच में क्या निकला
पूरा मामला बीते दो मई को उस समय सामने आया था जब जनसंपर्क के दौरान प्रियंका गांधी रायबरेली के हंसा का पुरवा गांव पहुंचीं थीं। इसी दौरान उनका कुछ सपेरों के बीच एक वीडियो सामने आया। इस मामले में प्रियंका गांधी पर सांप के साथ खेलने का आरोप लगा, हालांकि, जांच में इसकी पुष्टि नहीं हुई है। प्रियंका गांधी के खिलाफ भारतीय पशु कल्याण बोर्ड ने 'द प्रिवेंशन ऑफ क्रूएलिटी टू एनिमल्स' और 'द वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट' के तहत डीएम से शिकायत की थी। लेकिन जांच में प्रियंका वाड्रा को क्लीनचिट दे दी है।
प्रियंका पर सांप को हाथ में पकड़ने और खेलने का था आरोप
प्रियंका गांधी पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने सांप को अपने हाथ से पकड़ा और उसके साथ खेल रही थीं। डीएम नेहा शर्मा ने मामले में वन विभाग को जांच करके कार्रवाई के आदेश दिए थे। मामले की जांच वन विभाग के एसडीओ बीएम शुक्ला ने की। जांच में ग्रामीणों ने बताया कि प्रियंका दो मई को चुनाव प्रचार के यहां कुछ देर के लिए आई थीं, लेकिन सपेरों ने सांप का प्रदर्शन किया था। पूरे मामले में जांच अधिकारी की ओर से बताया गया कि कहीं भी प्रियंका गांधी के खिलाफ लगे आरोपों की पुष्टि नहीं हो सकी।
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दो मई का है प्रियंका गांधी का सांप के साथ सामने आया VIDEO
हालांकि, जांच अधिकारी ने दो सपेरों को नोटिस देकर जवाब मांगा था, लेकिन जवाब नहीं आने के बाद दोनों के खिलाफ विभागीय मुकदमा दर्ज कराया गया। डीएफओ रायबरेली तुलसीदास शर्मा ने बताया, "शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच एसडीओ से कराई गई। भारतीय कल्याण बोर्ड से वीडियो और फोटो मांगी गई थी। गांव भेजकर गांव के लोगों के बयान दर्ज कराए गए थे। प्रियंका पर आरोपों की पुष्टि नहीं हो सकी। दो सपेरों के खिलाफ विभागीय मुकदमा दर्ज कराया गया है।"