मंदी को मानो, कब तक हेडलाइन मैनेजमेंट से काम चलाओगे, सरकार से बोलीं प्रियंका गांधी
नई दिल्ली। आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार को बड़ा झटका लगा था जब पहली तिमाही (Q1) में जीडीपी 5.8 फीसदी से घटकर 5% रह गई। जीडीपी में गिरावट के बाद मोदी सरकार को विपक्ष की आलोचना झेलनी पड़ी है। कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दलों ने आर्थिक नीति की आलोचना की है। वहीं, आर्थिक मंदी को लेकर जारी बहस के बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार पर एक बार फिर निशाना साधा है।
'किसी झूठ को सौ बार कहने से झूठ सच नहीं हो जाता'
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर निशाना साधा, 'किसी झूठ को सौ बार कहने से झूठ सच नहीं हो जाता। भाजपा सरकार को ये स्वीकार करना चाहिए कि अर्थव्यवस्था में ऐतिहासिक मंदी है और उन्हें इसे हल करने के उपायों की तरफ बढ़ना चाहिए। मंदी का हाल सबके सामने है। सरकार कब तक हेडलाइन मैनेजमेंट से काम चलाएगी।'
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कब तक हेडलाइन मैनेजमेंट से काम चलाओगे- प्रियंका गांधी
इसके पहले, प्रियंका गांधी ने वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्हें आर्थिक मंदी पर राजनीति ना करने की सलाह दी थी। प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा था, 'क्या सरकार स्वीकार करती है कि यहां मंदी या है नहीं। वित्तमंत्री को राजनीति के ऊपर उठकर हमारी वर्तमान अर्थव्यवस्था के बारे में देश की जनता से सच बोलना चाहिए। यदि वह मंदी को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है तो सबसे बड़ी समस्या को कैसे सुलझा पाएंगी, जो उन्होंने पैदा की है।'
जीडीपी में गिरावट के बाद कांग्रेस हमलावर
जीडीपी में गिरावट पर प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि GDP विकास दर से साफ है कि अच्छे दिन का भोंपू बजाने वाली बीजेपी सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत पंचर कर दी है। प्रियंका ने कहा कि न GDP ग्रोथ है न रुपए की मजबूती। रोजगार गायब हैं। अब तो साफ करो कि अर्थव्यवस्था को नष्ट कर देने की ये किसकी करतूत है? बता दें कि देश की आर्थिक वृद्धि दर 2019-20 की अप्रैल-जून तिमाही में घटकर पांच फीसदी रह गयी। यह पिछले सात साल का न्यूनतम स्तर है।