कांग्रेस की मीटिंग में राहुल से दूर क्यों बैठीं प्रियंका गांधी? सामने आई वजह
नई दिल्ली। कांग्रेस दफ्तर में गुरुवार को पार्टी महासचिवों और अलग-अलग प्रदेश के प्रभारियों की बैठक में शामिल हुईं। महासचिव बनाए जान के बाद प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया भी बैठक में शामिल हुए। इस बैठक में प्रियंका गांधी राहलु गांधी से अलग मध्य प्रदेश के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के बगल में बैठी थीं। इसके बाद सवाल उठने लगे थे कि आखिर क्यों प्रियंका गांधी अपने भाई राहुल गांधी से अलग बैठी थीं।
इसलिए राहुल से दूर बैठीं थी प्रियंका
कुछ राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो प्रियंका गांधी को राहुल गांधी से दूर वाली सीट इसलिए दी गई थी क्योंकि पार्टी ये संदेश देना चाहती थी कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी उतनी ही महत्वपूर्ण हैं जितने की पार्टी के अन्य महासचिव, जो उस मीटिंग के दौरान मौजूद थे। बीते महीने ही प्रियंका गांधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया गया था। पार्टी ये संदेश नहीं देना चाहती कि प्रियंका को गांधी परिवार का सदस्य होने के कारण खास तवज्जो दी जा रही है।
पहली बार बैठक में शामिल हुई थीं प्रियंका
महासचिव नियुक्त किए जाने के बाद पहली बार प्रियंका गांधी कांग्रेस की बैठक में शामिल होने पहुंची थी। प्रियंका ने कहा कि उन्होंने बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा को हराने की ठान रखी है। बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा को जवाब दिया जाना चाहिए।' प्रियंका ने कहा था कि वे नई और अनुभवहीन जरूर हैं लेकिन पूरी ताकत से कांग्रेस को आगे बढ़ाने का काम करेंगी।
11 फरवरी को चुनाव अभियान की करेंगी शुरूआत
अगले सप्ताह, 11 फरवरी को प्रियंका चुनाव अभियान की शुरूआत उत्तर प्रदेश से करने जा रही हैं। यूपी की 80 सीटों पर लोकसभा चुनावों के दौरान कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। लोकसभा चुनावों में पार्टी की कोशिश है कि अधिक से अधिक सीटों पर जीत हासिल की जाए। इसी को देखते हुए पार्टी ने प्रियंका गांधी को पूर्वी यूपी की कमान सौंपी है। 11 फरवरी के इस रोड शो में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल होंगे।