प्रियंका गांधी ने कहा- आपने हमारे निहत्थे सैनिकों को चीनी सैनिकों का सामना करने के लिए क्यों भेजा?
प्रियंका गांधी ने कहा- जनता जनाना चाहती है हमारे निहत्थे सैनिकों को चीनी सैनिकों का सामना करने के लिए क्यों भेजा?
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी वो ही सवाल पीएम मोदी से किया हैं जो कुछ दिनों पहले राहुल गांधी ने किया था। शुक्रवार को प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया और लिखा कि भारत के लोग जानना चाहते हैं कि आपने (पीएम) हमारे निहत्थे सैनिकों को चीनी सैनिकों का सामना करने के लिए क्यों भेजा? जिस जमीन पर उन्होंने जान गंवाई, वह हमारी जमीन है। हमारी फौज के बहादुर सैनिक देश की अखंडता व देश की रक्षा के लिए शहीद हुए। हम आपको अपनी जमीन चीन को नहीं देने देंगे। पीएम मोदी को जनता के पूछे गए सवालों के जवाब देने होगे।
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आगे कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि हमारी फौज के बहादुर सैनिक देश की अखंडता व देश की रक्षा के लिए शहीद हुए। उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाने देना है। देश की एक इंच भी जमीन नहीं जाने देंगे। देश सच जानना चाहता है।
People of India want to know why you (PM) sent our unarmed soldiers to face Chinese soldiers. The land on which they lost their lives is our land; we will not let you give our land to China. PM Modi has to answer questions asked from you: Congress leader Priyanka Gandhi Vadra pic.twitter.com/gLWO2ojTui
— ANI (@ANI) June 26, 2020
बता दें बीते डेढ़ महीने से ज्यादा समय से दोनों देशों के बीच तनाव है। दोनों सेनाओं में जारी तनातनी के बीच 15 जून की रात को हिंसक झड़प हुई। जिसमें एक कर्नल सहित 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए हैं। भारत और चीन के सैन्य अफसरों के बीच कई स्तर की बातचीत भी हो चुकी है लेकिन अभी कोई हल निकलता नहीं दिखा है। कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी और कांग्रेस सुप्रीमों सोनिया गांधी ने भी पहले ये सवाल उठाया था कि आखिर बॉडर पर सेना ने गोली क्यों नहीं चलाई। जिसके जवाब में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जवाब दिया था किसीमा पर सभी भारतीय जवान हमेशा हथियारों के साथ होते हैं। इतना ही नहीं जब भारतीय जवान पोस्ट छोड़ते है तब भी हथियारों के साथ होते हैं। बीते 15 जून को भी उन्होंने वैसा ही किया। 15 जून को गालवाल में हुई घटना का जिक्र करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि उस दिन भी हमारे जवान निहत्थे नहीं थे। चाइना के साथ बॉडर पर हुए फेसऑफ़ के दौरान हथियारों का उपयोग न करने के लिए लंबे समय से चली आ रही प्रभा हैं। उन्होंने लिखा कि (1996 और 2005 के समझौते के अनुसार) तहत एलएसी पर फेसऑफ के दौरान हथियारों का इस्तेमाल नहीं करना होता है। भारतीय जवानों ने इसी समझौते का पालन किया।
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