प्रियंका गांधी की पहली रौबदार मीटिंग में सामने बैठे दो शख्स कौन हैं?
कांग्रेस दफ्तर में बैठक के दौरान प्रियंका गांधी से दो शख्स मिलने आए, आखिर कौन हैं थे ये दो शख्स।
नई दिल्ली। 2019 के महासंग्राम यानी लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए सियासी दलों के बीच शंखनाद हो चुका है। केंद्र की सत्ता के लिए बेहद अहम माने जाने वाले सूबे उत्तर प्रदेश में राजनीतिक तौर पर सबसे ज्यादा हलचल देखने को मिल रही है। सपा-बसपा और आरएलडी के बीच महागठबंधन बनने के बाद अब भाजपा और कांग्रेस अपनी-अपनी रणनीतियां बनाने में जुट गए हैं। कांग्रेस ने यूपी में प्रियंका गांधी को अहम जिम्मेदारी देते हुए सियासी रण में उतारा है। बुधवार को प्रियंका गांधी ने दिल्ली स्थित कांग्रेस दफ्तर पहुंचकर महासचिव पद पर कार्यभार संभाला। इस दौरान प्रियंका ने कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की। कांग्रेस दफ्तर में बैठक के दौरान प्रियंका गांधी की जो तस्वीरें सामने आईं, उनमें दो शख्स उनके सामने बैठे हुए नजर आ रहे हैं। आइए जानते हैं कि कौन हैं ये दो शख्स, जिन्होंने प्रियंका से मुलाकात की।
प्रियंका से मिले सुल्तान अहमद और सलमान अहमद
महासचिव पद पर जिम्मेदारी मिलने के बाद बुधवार को जब प्रियंका गांधी दिल्ली स्थित पार्टी दफ्तर पहुंचीं तो कार्यकर्ताओं की भीड़ के बीच दो शख्स उनसे मुलाकात करने पहुंचे। प्रियंका ने अपने दफ्तर में इन दोनों शख्स से मुलाकात की। इनमें से एक थे बहुजन समाज पार्टी के पूर्व एमएलसी और कभी मायावती के बेहद खास रहे अतहर खान के बेटे सुल्तान अहमद खान। सुल्तान अहमद के पिता अतहर खान की गिनती कभी यूपी में बसपा के कद्दावर नेताओं में थी। उन्हें प्रदेश में बसपा सरकार के दौरान राज्य मंत्री का दर्जा भी प्राप्त था। दिल्ली, उत्तराखंड समेत कई राज्यों के प्रभारी पद पर जिम्मेदारी संभाल चुके अतहर खान ने करीब 32 साल तक बसपा में रहने के बाद मई 2017 में पार्टी छोड़ दी।
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मुलाकात के बाद तेज हुईं सियासी सरगर्मियां
सुल्तान अहमद खान और उनके पिता ने हाल ही में बीती 24 जनवरी को कांग्रेस की सदस्यता ली है। प्रियंका गांधी से सुल्तान अहमद खान की मुलाकात की खबर जैसे ही बसपा नेताओं को मिलीं, तो सूबे में सियासी सरगर्मियां तेज हो गईं। मूल रूप से यूपी के अंबेडकर नगर के रहने वाले सुल्तान अहमद खान बहराइच की माटेरा विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ चुके हैं। उनके पिता अतहर खान बहुजन समाज पार्टी से एमएलसी रह चुके हैं। इसके अलावा प्रियंका गांधी से हुई मुलाकात में जो दूसरे शख्स नजर आए, वो थे कांग्रेस पार्टी के ही नेता सलमान अहमद खान। बताया जा रहा है कि सलमान अहमद खान ने ही सुल्तान की मुलाकात प्रियंका गांधी से कराई। इस मुलाकात को लेकर यूपी में सियासी तौर पर कई कयास लगाए जा रहे हैं।
'प्रियंका गांधी आई हैं, नई रोशनी लाई हैं'
इससे पहले प्रियंका गांधी ने कांग्रेस दफ्तर पहुंचकर कार्यभार संभाला। प्रियंका गांधी के कार्यभार संभालने के दौरान कार्यकर्ताओं का जोश देखने लायक था। कार्यकर्ताओं ने प्रियंका गांधी के सामने जमकर नारे लगाए। चारों तरफ 'प्रियंका गांधी आई हैं, नई रोशनी लाई हैं' और 'प्रियंका नहीं ये आंधी हैं, दूसरी इंदिरा गांधी हैं' के नारे गूंज रहे थे। बताया जा रहा है कि प्रियंका गांधी और वेस्ट यूपी के महासचिव बनाए गए ज्योतिरादित्य सिंधिया 11 फरवरी को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ लखनऊ में मुलाकात के बाद रोड शो करेंगे। पार्टी से जुड़े सूत्रों की मानें तो लखनऊ में रोड शो के बाद से ही 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर यूपी में कांग्रेस पूरी तरह सक्रिय हो जाएगी।
प्रियंका के आने से बदले समीकरण
आपको बता दें कि प्रियंका को पूर्वी यूपी में महासचिव पद पर जिम्मेदारी दिए जाने के बाद पिछले दिनों एक सर्वे भी सामने आया था। दरअसल प्रियंका की यूपी में एंट्री के बाद जनता का मूड जानने के लिए न्यूज चैनल IndiaTV और CNX (रिसर्च सर्वे एजेंसी) ने एक सर्वे किया, जिसमें चौंकाने वाले नतीजे सामने आए। सर्वे के नतीजों में पूर्वांचल में कांग्रेस होता हुआ नजर आ रहा है। सर्वे के मुताबिक, प्रियंका गांधी के आने से सपा-बसपा गठबंधन को नुकसान हो सकता है। पहले हुए सर्वे में पूर्वांचल में कांग्रेस को दो सीटों पर जीत मिलती हुई बताई गई थी। नए सर्वे के मुताबिक कांग्रेस पूर्वांचल की 4 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है। इसके अलावा सर्वे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसदीय सीट वाराणसी पर भी प्रियंका फैक्टर काम करता हुआ नजर आ रहा है, जहां पिछले सर्वे के मुकाबले अब कांग्रेस को 12 फीसदी तक फायदा हो रहा है।
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