कांग्रेस कमेटी की बैठक में प्रियंका गांधी का सख्त अंदाज
Recommended Video
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव और पूर्वी यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति को मजबूत करने के लिए अपनी कोशिशें शुरू कर दी है। इसी के तहत उन्होंने मंगलवार को पार्टी के पदाधिकारियों के साथ कांग्रेस कमेटी की बैठक में हिस्सा लिया। बैठक में हिस्सा लेने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं संगठन, ढांचे और पार्टी के भीतर क्या बदलाव करना है उस बारे में जानकारी हासिल की है। साथ ही मैं लोगों की राय जानने की कोशिश कर रही हूं कि उनके अनुसार चुनाव कैसे लड़ा जाए।
सवालों
से
छूटे
पसीने
बैठक
में
प्रियंका
गांधी
ने
तमाम
पदाधिकारियों
से
कई
सवाल
पूछे
जिससे
उनके
पसीने
छूट
गए।
इस
दौरान
प्रियंका
ने
पदाधिकारियों
से
पूछा
कि
आपकी
बूथ
संख्या
क्या
है,
आपने
पिछला
कार्यक्रम
क्या
किया,
कितने
समय
पहले
किया,
कार्यक्रम
का
नाम
क्या
था,
उसके
बाद
कौन
का
कार्यक्रम
किया।
इन
सवालों
के
जवाब
दे
पाना
पदाधिकारियों
के
लिए
मुश्किल
साबित
हो
रहा
था।
इस
दौरान
प्रियंका
ने
पूछा
कि
चुनाव
कौन
लड़ना
चाहता
है,
जिसपर
आधे
से
ज्यादा
लोगों
ने
हाथ
खड़ा
किया।
मिलकर
लड़ाएं
चुनाव
प्रियंका
गांधी
ने
तमाम
पदाधिकारियों
से
कहा
कि
जिस
भी
उम्मीदवार
का
नाम
चुना
जाएगा
आप
सब
उसे
मिलकर
चुनाव
लड़ाएंगे।
साथ
ही
पदाधिकारियों
ने
प्रियंका
से
अपील
की
चुनाव
स्थानी
कांग्रेस
के
नेता
को
ही
लड़ाया
जाए।
एक
ब्लॉक
स्तर
के
अधिकारी
से
जब
प्रियंका
गांधी
ने
सवाल
पूछा
तो
वह
रोने
लगे
और
कहा
कि
प्रभारी
से
मिलने
का
मौका
नहीं
मिलता
था,
बड़े
लोग
ही
एयरपोर्ट
पहुंचते
थे
और
वही
लोग
उनसे
मिल
पाते
थे।
क्यों
नहीं
तैयार
हुई
लीडरशिप
इस
दौरान
प्रियंका
गांधी
ने
जब
पूछा
कि
आखिर
क्यों
लखनऊ
में
लीडरशिप
तैयार
नहीं
हुई,
इसपर
पदाधिकारियों
ने
कहा
कि
यहां
पर
बाहर
से
नेताओं
को
लाकर
चुनाव
लड़ाया
जाता
है,
ये
लोग
चुनाव
लड़ते
हैं
और
फिर
चले
जाते
हैं
जिससे
संगठन
में
काफी
निराशा
होती
है।
प्रियंका
ने
कहा
कि
यहां
जो
भी
आता
है
खुद
को
महामंत्री
बताता
है,
आखिर
कितने
महामंत्री
हैं
यहां।
इसपर
जवाब
मिला
500
लोगों
की
कमिटी
है,
जिसे
सुनकर
प्रियंका
चौंक
गईं,
उन्होंने
कहा
कि
इतनी
बड़ी
कमिटी
है,
इतनी
तो
यूएनओ
में
भी
नहीं
है।
मांगी
गई
जानकारी
बैठक
के
दौरान
तमाम
पदाधिकारियों
से
एक
फॉर्म
भरवाया
गया
जिसे
प्रियंका
गांधी
ने
जमा
कराया।
इसमे
लोगों
के
नाम,
पते
दर्ज
थे।
लोगों
से
पूछा
गया
कि
क्या
वह
ट्विटर
पर
या
व्हाट्सएप
पर
हैं।
ये
तमाम
पदाधिकारी
पार्टी
में
किस
पद
पर
तैनात
हैं
इसकी
भी
जानकारी
मांगी
गई।