प्रियंका चोपड़ा का बड़ा खुलासा, अमेरिका में किया नस्लभेद का सामना
नई दिल्ली। प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) ने बॉलीवुड में नाम कमाने के बाद हॉलीवुड में भी अपनी पहचान बनाई है। निक जोनस से शादी के बाद वो अमेरिका में ही रहती हैं। वो आज भले अमेरिका में स्टार हैं लेकिन हमेशा ऐसा नहीं था। उन्हें अमेरिका में नस्लभेदी टिप्पणियों का भी सामना करना पड़ा है। ये तब हुआ, जब वो वहां अपनी स्कूल की पढ़ाई कर रही थीं। एक इंटरव्यू में प्रियंका ने बताया है कि कैसे उनको अमेरिका में रेसिज्म का सामना करना पड़ा।
कम उम्र में अमेरिका चली गई थीं प्रियंका
प्रियंका चोपड़ा काफी कम उम्र में पढ़ाई के लिए अमेरिका चली गई थीं। प्रियंका ने बताया है कि जब वह हाई स्कूल की पढ़ाई कर रही थीं तो अक्सर अमेरिकी बच्चे उनके सांवले रंग को लेकर फब्ती कसते थे। उनको ब्राउनी कहकर बुलाया जाता था, जिससे वो काफी परेशान होती थीं। प्रियंका ने बताया है कि मैं बच्ची थी और इस तरह की बातें मेरे ऊपर काफी असर करती थीं।
अमेरिका में चिढ़ाते थे बच्चे
प्रियंका नेबताया कि दूसरे बच्चे मुझे चिढ़ाते थे और कहते थे कि मैं यहां क्यों रह रही हूं। मुझे अपने देश जाना चाहिए। मैंने इन सब का सामना करते हुए अपना आत्मविश्वास ही खो दिया था। उस वक्त जो कुछ भी मेरे साथ हुआ उससे मैं अनिश्चित हो गई थी। जब हम भारत लौटे तो मैं बहुत खुश थी कि वो सब नहीं सहना पड़ेगा।
कई फिल्मों में कर रहीं काम
प्रियंका चोपड़ा ने हाल ही में अमेरिका में काले लोगों के हकों को लेकर हुए ब्लैक लाइव्स मैटर अभियान को भी समर्थन दिया था। जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद निक जोनास ने ट्विटर पर लिखा था कि प्रियंका और मेरा मन काफी भारी है. इस देश में और दुनिया भर में असमानताओं की वास्तविकता झलक रही है। प्रणालीगत नस्लभेद, कट्टरता और बहिष्कार बहुत लंबे समय से चला आ रहा है और मौन धारण किए रहना ना केवल इसे मजबूत बनाता है, बल्कि इसे आगे बढ़ाने की अनुमति देता है। बता दें कि प्रियंका की फिल्म द व्हाइट टाइगर 22 जनवरी को रिलीज हुई है। इसके अलावा उन्होंने हाल ही में एक हॉलीवुड फिल्म टेक्स्ट फॉर यू की शूटिंग खत्म की है।
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