हनी ट्रैप तो नहीं है Priya Prakash Varrier?
नई दिल्ली। प्रिया प्रकाश नाम की लड़की ने आजकल हर किसी की नींद उड़ा रखी है, जब भी फेसबुक पर आइएगा, तभी ये आंख मार के निढ़ाल कर देती है। अब तो फेसबुक छोड़िए, टीवी वाले भी प्रिया पर ही स्पेशल शो कर रहे हैं, कभी आंख मारने की सच्चाई बता रहे हैं, तो कभी उस लड़के का हाल एक्सक्लूसिव बता रहे हैं, जिसे प्रिया ने पहली बार आंख मारी थी। टीवी पर इत्ते सारे लोग बैठकर प्रिया की आंख मारने की हरकत पर बहस कर रहे हैं कि सारे स्क्रीन पर नहीं आ रहे हैं, कुछ के तो बस हाथ दिख रहे हैं, ठीक से पता तक नहीं चल पा रहा कि समर्थन में है या विरोध में।
प्रिया को लेकर रिएक्शन भी अलग-अलग तरह के आ रहे हैं, कुछ का दिल प्रिया के तीर से घायल है और जिनका दिल घायल होने की उम्र पार कर गया है, उनकी भावनाएं आहत हैं। जो खुलकर मुखलाफत या समर्थन नहीं कर पा रहे हैं, वो मामले के देश हित तक ले जाकर जोड़ रहे हैं। कुछ इसे सरकार की कारस्तानी बता रहे हैं, तो कुछ इसके पीछे विदेशी शक्ति का हाथ होने की बात कह, पाक और अमेरिका तक पहुंच रहे हैं। ऐसे ही दो लोग जोरावर और बख्तावर ट्रेन में प्रिया को लेकर भिड़े पड़े थे कि हमने भी कान धर लिए।
बख्तावर- अरे भाई समझ नहीं रहे हैं, एक आंख मारने पर कहीं इत्ता हंगामा होता है क्या? जरूर इसे कोई मदद करके वायरल करा रहा है।
जोरावर- अरे क्या कहिएगा, ये देश में बेरोजगारी बढ़ गई है, अब बस कोई भी काम बस चाहिए होता है, पहले नहीं किसी नेपाली सब्जी बेचने वाली के चक्कर में लोग पागल हुए था। लड़के कई-कई सब्जी की दुकान पर चक्कर लगाते थे कि वो कहां सब्जी बेचती है।
बख्तावर- ऐसा थोड़े होता है, हमने तो बहुत-बहुत खूबसूरत हीरोइनों के दौर देखे हैं, भला ऐसे कहां होता है। एक लड़की आंख मारी है, कोई मर्लिन मुनरो की ड्रेस उड़ने वाली तस्वीर थोड़े है कि लोग पगला गए हैं। ये जरूर अमेरिका या चीन के दिमाग का फितूर है, हमारे लड़कों को पगलाए रखने के लिए।
जोरावर- इसमें भी गलती, हमारे नेताओं की ही है. विदेश जाके कहते हैं कि हमारा देश जवान है, आने वाला कल हमारा है तो अमेरिका टाइप के देशों ने कर दिया इलाज, प्रिया से आंख लगवाके, सबको काम पर लगा दिया।
बख्तावर- अब ये तो ठीक नहीं है लेकिन ये चीन, पाकिस्तान और अमेरिका को शर्म आनी चाहिए, इन सब कामों के लिए। क्या इस तरह के देश को भटकाने का काम ये विदेशी लोग करेंगे। ये सब हनीट्रैप है, हनीट्रैप।
जोरावर- भैया जी, ये सब हमारी सरकारों की ही चालबाजी है। देश का ध्यान रोटी-रोजगार से हटाने के लिए ये सब किया जा रहा है। अब आप एक बताइए, क्या कोई बिजली, पानी की बात कर रहा है? पहले युवा सरकार को निशाना बना पकौड़े तल रहे थे, अब प्रिया को देख कभी दिल पर हाथ रख रहे हैं, कभी हाथ मल रहे हैं। एक बात याद रखिएगा, ये ऐसे ही चलता रहा तो ये लड़की देश के लड़कों को पकौड़े तलने लायक भी ना छोड़ेगी।
(यह व्यंग्य लेख है।)