कोरोना के खिलाफ जंग में सभी प्राइवेट डॉक्टर सरकारी अस्पताल में 15 दिन की सेवा दें, नहीं तो रद्द होगा लाइसेंस
नई दिल्ली। कोरोना वायरस से देश में सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र है। यहां कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की कुल संख्या 14541 है, जबकि 583 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हो गई है। इस बीच महाराष्ट्र सरकार ने सभी प्राइवेट रजिस्टर्ड डॉक्टरों को निर्देश दिया हैकि वह कोरोना के खिलाफ लड़ाई में शामिल हो और सरकारी अस्पतालों में अपनी सेवाएं दें। सरकार की ओर से सभी प्राइवेट डॉक्टरों को दो टूक कहा गया है कि आप 15 दिन तक सरकारी अस्पतालों में अपनी सेवाएं दें नहीं तो आपका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा। हालांकि 55 वर्ष से अधिक उम्र के डॉक्टरों को इससे छूट दी गई है।
Recommended Video
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामले चिंता का विषय हैं। मौजूदा वक्त में वहां 36 में से 34 जिले कोरोना की चपेट में हैं। नागपुर और औरंगाबाद में भी कोरोना के मरीज बढ़े हैं। जिस वजह से डॉ. हर्षवर्धन स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात करेंगे। साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र सरकार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
आपको बता दें कि देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 50 हजार पहुंचने वाली है। वहीं कोरोना से अब तक 1698 लोगों की मौत हुई है। महाराष्ट्र और गुजरात मौजूदा वक्त में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। महाराष्ट्र में अब तक 15525 मामले सामने आए हैं। जिसमें से 9945 मामले सिर्फ मुंबई में हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 617 लोगों की मौत हुई है, जबकि 2819 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं। जिसके बाद वहां अब 12089 एक्टिव केस हैं। सोमवार को मुंबई और आसपास के इलाकों में शराब खरीदने भीड़ इकट्ठा हो गई थी, जिसके बाद शराब की दुकानों को बंद करवा दिया गया। वहीं कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाया जा रहा है।