प्राइवेट ट्रेन चलाने वाली कंपनी खुद तय करेगी किराया, सरकार और रेलवे का नहीं होगा कोई दखल
नई दिल्ली: रेल सुविधाओं में बढोतरी के लिए मोदी सरकार ने देश के कई रूट्स पर प्राइवेट ट्रेनें चलाने का ऐलान किया था। जिसके लिए रेलवे ने अब आवेदन भी मांगे हैं। साथ ही संचालकों को आकर्षित करने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। जिसके तहत रेल संचालन कंपनियां खुद प्राइवेट ट्रेनों का किराया तय कर सकेंगी। इसमें सरकार का कोई दखल नहीं होगा।
फ्लाइट जैसे होंगे नियम
एक रिपोर्ट के मुताबिक रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव ने कहा है कि निजी कंपनियों को ये आजादी रहेगी कि वो अपने हिसाब से यात्रियों से किराया वसूल सकेंगी। जिस रूट पर बस और विमान सेवा पहले से ही है, तो वहां पर ध्यान रखना होगा कि किराया ज्यादा ना हो। इसके अलावा इस किराए पर सरकार का किसी तरह का दखल नहीं होगा। ऐसे ही नियम फ्लाइट्स में भी रहते हैं, जहां कंपनियां अपने हिसाब से किराया वसुलती हैं।
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कई कंपनियां दिखा रहीं दिलचस्पी
वीके यादव ने बताया कि एल्सटॉम, बॉम्बार्डियर इंक, जीएमआर इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड और अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड समेत कई कंपनियां ने इस प्रोजेक्ट में दिलचस्पी दिखाई है। अगर सब कुछ योजना के हिसाब से रहा तो ये प्रोजेक्ट अगले 5 साल में 7.5 बिलियन डॉलर का निवेश ला सकता है। अभी 151 ट्रेनों के माध्यम से 109 ओरिजिन डेस्टिनेशन पर यात्री ट्रेनें चलाने का प्लान है। इसके अलावा दिल्ली और मुंबई स्टेशन के निजीकरण पर भी विचार किया जा रहा है।
क्या है चिंता की बात?
एक रिपोर्ट के मुताबिक ढाई करोड़ से ज्यादा लोग रोजाना ट्रेनों से यात्रा करते हैं। रेलवे में यात्रा आरामदायक तो है ही, साथ ही ये काफी सस्ती भी पड़ती है। देश का गरीब तबका इस पर ज्यादा निर्भर है। ऐसे में लोगों को डर है कि अगर प्राइवेट कंपनियों ने अपनी मनमानी शुरू कर दी, तो किराया बहुत ज्यादा महंगा हो जाएगा। ऐसे में गरीब और मध्यम वर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। वहीं रेलवे के अलावा उनके पास कोई ऑप्शन भी नहीं है, क्योंकि बस और फ्लाइट इसकी तुलना में महंगे हैं।
यूजर फी भी लेने की तैयारी
भारतीय रेलवे एयरपोर्ट की तर्ज पर यूजर फी वसूलने की तैयारी कर रहा है। रेलवे की इस योजना के बाद अगर आप भीड़भाड़ वाले व्यस्त स्टेशनों से ट्रेन पकड़ेंगे तो आपको यात्री किराया पहले से ज्यादा चुकाना होगा। ये शुल्क अपने आप स्टेशन का नाम डालते ही टिकट में बढ़ा हुआ मिलेगा।
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