'नारी शक्ति पुरस्कार' से सम्मानित महिलाओं से मिले PM मोदी, 98 साल की अम्मा से पूछा- कंप्यूटर भी सीखा है?
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर की महिलाओं को इस दिवस की शुभकामनाएं दीं। रविवार को महिला दिवस के मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने क्षेत्र में उपलब्धी हासिल करने वाली महिलाओं को नारी शक्ति पुरस्कार से नवाजा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पुरस्कार पाने वाली महिलाओं से मुलाकात की और उन्हें बधाई दी।
'नारी शक्ति पुरस्कार' से सम्मानित महिलाओं से बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, जब आपने काम शुरू किया होगा तब आपने ये कभी नहीं सोचा होगा कि ऐसा भी कोई अवसर आएगा कि इस तरह के सम्मान के साथ आपको जोड़ा जाएगा। 'नारी शक्ति पुरस्कार' से सम्मानित 98 वर्षीय कार्तियानी अम्मा ने पीएम मोदी से बातचीत की और बताया कि उन्होंने कक्षा 4 की परीक्षा 98 प्रतिशत से पास की है और आगे भी पढ़ना चाहती हैं। उन्होंने आगे कहा कि अगर भगवान की कृपा रही तो 10वीं तक पढ़ाई करना चाहती हैं। अम्मा से पीएम मोदी ने पूछा, क्या आपने कंप्यूटर भी सीखा है? जवाब में अम्मा ने कहा, थोड़ा-थोड़ा सीख रहे हैं।
PM Modi while interacting with 'Nari Shakti Puraskar' awardee Bhudevi(she helps women in tribal areas develop entrepreneurship): I congratulate you for your efforts. Govt this year has taken up a very big mission for Farmer Producer Organizations(FPOs),you must avail its benefits pic.twitter.com/SFWf03OGcd
— ANI (@ANI) March 8, 2020
इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 103 वर्षीय मान कौर से आशीर्वाद लिया। मान कौर को आज एथलेटिक्स में उनकी उपलब्धियों के लिए 'नारी शक्ति पुरस्कार' से सम्मानित किया गया है। पीएम मोदी ने आदिवासी क्षेत्रों में महिलाओं को उद्यमिता विकसित करने में मदद करने वालीं और 'नारी शक्ति पुरस्कार' से सम्मानित भूदेवी के साथ बातचीत करते हुए कहा, मैं आपको आपके प्रयासों के लिए बधाई देता हूं। इस वर्ष सरकार ने किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के लिए एक बहुत बड़ा मिशन शुरू किया है, आपको इसका लाभ उठाना चाहिए।
#WATCH दिल्ली: 'नारी शक्ति पुरस्कार' से सम्मानित 98 वर्षीय कार्तियानी अम्मा ने पीएम मोदी से बातचीत की और बताया कि उन्होंने कक्षा 4 की परीक्षा 98 प्रतिशत से पास की है और आगे भी पढ़ना चाहती हैं। #WomensDay2020 pic.twitter.com/qbhXW6dMv1
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 8, 2020
अपने
हाथों
से
बनाए
4
हजार
शौचालय
उत्तर
प्रदेश
के
कानपुर
में
रहने
वाली
58
वर्षीय
कलावती
देवी
पेशे
से
राजमिस्त्री
हैं।
उन्होंने
अब
तक
4000
से
ज्यादा
शौचालय
अपने
हाथों
से
बनाए
हैं।
कानपुर
को
खुले
में
शौच
से
मुक्त
बनाने
में
कलावती
का
अहम
योगदान
है।
कलावती
के
पति
और
दामाद
की
मौत
हो
चुकी
है।
कलावती
पर
ही
उनके
परिवार
की
जिम्मेदारी
है।
वह
खुले
में
शौच
से
होने
वाली
बीमारियों
के
प्रति
जागरूकता
पैदा
करने
के
लिए
घर-घर
जाती
हैं।
अंतरराष्ट्रीय
महिला
दिवस
के
अवसर
पर
राष्ट्रपति
रामनाथ
कोविंद
ने
कलावती
देवी
को
नारी
शक्ति
पुरस्कार
से
सम्मानित
किया
है।
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