राष्ट्रपति चुनाव 2017: मीरा कुमार ने भी की NDA उम्मीदवार कोविंद की तारीफ लेकिन...
पटना। राष्ट्रपति पद के लिए विपक्षी दलों की उम्मीदवार मीरा कुमार ने भी एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि वो अच्छे व्यक्ति हैं, लेकिन उनकी लड़ाई व्यक्ति की नहीं, बल्कि विचारधारा की लड़ाई है।
कौन हैं राष्ट्रपति चुनावों में कांग्रेस की उम्मीदवार मीरा कुमार
हम दोनों एक मुकाबले में आमने-सामने हैं लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि हम व्यक्ति विशेष की खूबियों को दरकिनार कर दें।
पत्र लिखकर सहयोग मांगा
विपक्षी दलों का समर्थन मांगने रांची पहुंचीं मीरा कुमार ने कहा कि विचारधारा की लड़ाई में विजय प्राप्त करने के लिए उन्होंने निर्वाचक मंडल के सभी सदस्यों को पत्र लिखकर सहयोग मांगा है और सभी से अंतरात्मा की आवाज पर मतदान करने की अपील की है।
दलित बनाम दलित
आपको बता दें कि दलित बनाम दलित के नाम पर लड़ा जाने वाले देश का राष्ट्रपति चुनाव इस वक्त काफी रोचक मोड़ पर पहुंच चुका है। एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के मुकाबले कांग्रेस की ओर से मीरा कुमार को खड़ा करके काफी चतुराई भरा दांव खेला गया है लेकिन उसका दांव फिलहाल तो काफी कमजोर नजर आ रहा है।
कोविंद की दावेदारी पक्की?
क्योंकि मीरा कुमार को समर्थन करने वालों में कांग्रेस, वाम दल, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी (बसपा), डीएमके और नेशनल कांफ्रेंस समेत 17 दल हैं, जो देखने और सुनने में तो काफी बड़े लगते हैं लेकिन गौर से देखा जाए तो इनकी मजबूती एनडीए के मुकाबले काफी कमजोर नजर आती है और यही कारण है कि कोविंद की दावेदारी पक्की मानी जा रही है।
राष्ट्रपति चुनाव
गौरतलब है कि 17 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे। वोटों की गिनती 20 जुलाई को होगी। इस बार भी राष्ट्रपति चुनाव बैलेट पेपर से ही कराए जाएंगे। साथ ही, चुनाव के लिए विशेष पेन का इस्तेमाल होगा। राष्ट्रपति चुनाव के लिए 28 जून को नामांकन की आखिरी तारीख है। ये नामांकन जुलाई 1 तक वापस लिए जा सकते हैं।
राष्ट्रपति चुनाव: तो इसलिए है रामनाथ कोविंद की जीत पक्की!
राजनीतिक पंडितों के मुताबिक इस बार के चुनाव में मोदी सरकार के उम्मीदवार के आगे विपक्ष का कैंडिडेट उन्नीस ही साबित होगा।