जहां एक साल पहले नहीं मिली थी जाने की इजाजत, अब उसी भवन में ठहरेंगे राष्ट्रपति कोविंद
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सोमवार को शिमला में मशोबरा रिट्रीट पहुंचेंगे, जहां एक साल पहले उन्हें जानें की इजाजत नहीं दी गई थी। इस भवन में राष्ट्रपति तीन दिन ठहरेंगे।
शिमला। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सोमवार को शिमला में मशोबरा रिट्रीट पहुंचेंगे, जहां एक साल पहले उन्हें जानें की इजाजत नहीं दी गई थी। इस भवन में राष्ट्रपति तीन दिन ठहरेंगे। एक साल पहले जब वो बिहार के राज्यपाल थे, तब उन्हें इस भवन में आने की इजाजत नहीं दी गई थी क्योंकि उनके पास राष्ट्रपति की इजाजत नहीं थी। अब सोमवार को वो राष्ट्रपति की हैसियत से इस भवन में जाएंगे और ठहरेंगे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सोमवार को तीन दिनों के लिए शिमला की यात्रा पर हैं। इस दौरान वो राष्ट्रपति संपत्ति मशोबरा रिट्रीट में ठहरेंगे। ये वही भवन है जहां एक साल पहले उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया था, क्योंकि उनके पास राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की इजाजत नहीं थी। पिछले साल मई में राष्ट्रपति कोविंद अपने परिवार के साथ हिमाचल प्रदेश के गवर्नर आचार्य देवव्रत के मेहमान बनकर शिमला आए थे। इस दौरान वो शिमला से लौटते हुए मशोभरा रिट्रीट देखना चाहते थे।
ये जगह एतिहासिक भवन शिमला से 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मशोभर रिट्रीट जाते वक्त रामनाथ कोविंद सरकारी गाड़ी में थे और उनके परिवारवाले कैब में थे। जब सभी अंदर जाने लगे तो स्टाफ ने उन्हें रोक दिया और कहा कि उनके पास राष्ट्रपति के ऑफिस से इजाजत नहीं है। तब रामनाथ कोविंद बिना कोई तमाशा किए चुपचाप वापस लौट गए थे। अब इसके एक साल बाद रामनाथ कोविंद वहां राष्ट्रपति की हैसियत से जाएंगे और तीन दिन ठहरेंगे भी। शिमला में राष्ट्रपति कोविंद डॉ.यशवंत सिंह परमार विश्वविद्यालय के नौवें दीक्षांत समारोह में शिरकत करेंगे।
मशोभरा रिट्रीट का निर्माण साल 1850 में हुआ था और राष्ट्रपति ऑफिस ही इसकी देखभाल करता है। ये भवन 10,628 स्कायरमीटर में फैला है। 1859 में ब्रिटिश सरकार ने इसपर कब्जा कर लिया था। हैदराबाद में राष्ट्रपति निलायम के बाद ये दूसरा राष्ट्रपति रिट्रीट है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी का घर यहां से कुछ ही दूरी पर स्थित है।
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