तेलंगाना इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में फेल 27 छात्रों की खुदकुशी का मामला, राष्ट्रपति ने मांगी रिपोर्ट
नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तेलंगाना के चीफ सेक्रेटरी एसके जोशी से 27 छात्रों के आत्महत्या के मामले में तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। मई महीने में तेलंगाना बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा के नतीजे जारी होने के बाद 27 छात्रों ने खुदकुशी कर ली थी। अधिकांश छात्रों ने परीक्षा में फेल होने के बाद खुदकुशी की थी।
तेलंगाना बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा में 9 लाख छात्र शामिल हुए थे, लेकिन तीन लाख छात्र परीक्षा पास नहीं कर सके थे। परीक्षा परिणामों में कई तरह की त्रुटियां सामने आई थीं। कुछ के मार्कशीट में गड़बड़ी थी, कुछ छात्रों को अनुपस्थित या फेल बता दिया गया जबकि उन्होंने परीक्षा पास कर ली थी। मार्कशीट में प्रिटिंग की कई गलतियां भी सामने आई थीं।
इस मामले में तेलंगाना के बीजेपी अध्यक्ष के लक्ष्मण ने राष्ट्रपति केसीआर सरकार पर आरोप लगाया था और राष्ट्रपति से न्याय की मांग की थी। तेलंगाना सरकार ने बोर्ड परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन से लेकर रिजल्ट जारी करने तक की जिम्मेदारी एक निजी फर्म ग्लोबरेना टेक्नोलॉजीज को दी थी। छात्रों और अभिभावकों का कहना था कि फर्म की बड़ी लापरवाही के कारण इतनी बड़ी संख्या में छात्र फेल हुए हैं।
बोर्ड परीक्षा के परिणामों पर उठे थे सवाल
अभिभावकों और विपक्षी दलों की नाराजगी के बाद, केसीआर सरकार ने अनियमितताओं की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया था। हालांकि, कमेटी से इस जांच में फर्म को क्लीन चिट दे दी थी। वहीं, तेलंगाना हाईकोर्ट ने भी बोर्ड को क्लीन चिट देते हुए इस मामले में दायर याचिका को खारिज कर दिया था। अब इस मामले में राष्ट्रपति ने राज्य के चीफ सेक्रेटरी से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है।