राष्ट्रपति ने स्वीकार किया मेघालय के राज्यपाल का इस्तीफा, असम के राज्यपाल को दिया अतिरिक्त प्रभार
राजभवन के कर्मचारियों ने पत्र में लिखा था कि राज्यपाल वी. संगमुंगनाथन ने अपनी जिम्मेदारियों को सही से नहीं निभाया और अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल किया है।
नई दिल्ली। मेघालय के राज्यपाल वी. संगमुंगनाथन का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है। भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने संगमुंगनाथन का इस्तीफा स्वीकार करते हुए असम के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को मेघालय के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार दिया है। बता दें कि संगमुंगनाथन पर राजभवन के कर्मचारियों ने आरोप लगाया था कि उन्होंने राजभवन को एक 'लेडीज क्लब' बना दिया है।
अपने
खिलाफ
लगातार
हो
रहे
विरोध-प्रदर्शन
को
देखते
हुए
उन्होंने
राज्यपाल
पद
छोड़
दिया
है।
राजभवन
के
कर्मचारियों
ने
राष्ट्रपति
और
प्रधानमंत्री
को
मेघायल
के
68
वर्षीय
राज्यपाल
संगमुंगनाथन
के
खिलाफ
जो
शिकायती
पत्र
लिखा
था
उसमें
कहा
गया
था-
'हम
उम्मीद
करते
हैं
कि
प्रधानमंत्री
हमारी
इस
शिकायत
पर
कार्रवाई
करेंगे
और
मेघालय
के
राज्यपाल
वी.
संगमुंगनाथन
को
हटाकर
राजभवन
की
गरिमा
का
ध्यान
रखेंगे।'
शिकायती
पत्र
में
कहा
गया
था
कि
संगमुंगनाथन
ने
राजभवन
की
गरिमा
से
समझौता
किया
है।
इस
चिट्ठी
की
एक
कॉपी
को
केन्द्रीय
गृह
मंत्रालय
और
मुख्यमंत्री
मुकुल
संगमा
को
भी
भेजी
गई
थी।
राजभवन
के
कर्मचारियों
ने
शिकायत
में
कहा
था
कि
राजभवन
में
राज्यपाल
के
प्रत्यक्ष
आदेश
की
वजह
से
युवतियां
आती
जाती
रहती
हैं।
संगमुंगनाथन
पर
आरोप
लगाया
गया
है
कि
उन्होंने
राजभवन
को
युवतियों
का
क्लब
बना
दिया
है।
राज्यपाल
पर
आरोप
है
कि
उन्होंने
अपने
काम
करने
के
लिए
सिर्फ
महिलाओं
की
नियुक्त
किया
हुआ
है।
राज्यपाल
ने
रात
की
ड्यूटी
के
लिए
दो
जनसंपर्क
अधिकारी,
एक
बावर्ची
और
एक
नर्स
को
नियुक्त
किया
है,
जो
सभी
महिलाएं
हैं।
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