दो दुखद हादसे, दो रस्मी संवेदनाएं
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) कुछ साल पहले राजधानी के लक्ष्मी नगर में एक आवासीय इमारत के गिर जाने से 50 से ज्यादा लोग मारे गए थे। बहुत हल्ला हुआ था तब। उसके बाद फिर से कमजोर नींव पर इमारतें बनने लगीं।
नतीजा पश्चिम दिल्ली के विष्ण गार्डन में एक और इमारत गिर गई। कई जाने जा चुकी हैं। अब नेता वहां पर पहुंच रहे हैं। वे संवेदना जता रहे हैं। इसी क्रम में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी विष्णु गार्डन में मकान गिरने के कारण लोगों के मारे जाने पर शोक व्यक्त किया है।
जंग को लिखा पत्र
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के उपराज्यापाल श्री नजीब जंग को भेजे अपने एक संदेश में राष्ट्रपति ने कहा, ''पश्चिमी दिल्ली के विष्णु गार्डन में एक मकान के गिरने के कारण कुछ लोगों के मारे जाने और कई अन्य् लोगों के घायल होने के बारे में जानकर मुझे दु:ख हुआ है।
मदद दें
उन्होंने कहा कि मैं संबंधित अधिकारियों का आह्वान करता हूं कि वे उन पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करें, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है, साथ ही, घायल लोगों को चिकित्सा सहायता प्रदान करें।
भगदड़ में मारे गए
इस क्रम में राष्ट्रैपति प्रणव मुखर्जी ने 18 जुलाई पुरी, ओडिशा में भगवान जगन्नरनाथ की नबकलेबर रथ यात्रा के दौरान हुई भगदड़ में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना प्रकट की है।
ओडिशा के राज्यकपाल एस सी जमीर को भेजे अपने शोक संदेश में राष्ट्रंपति ने कहा ''मुझे पुरी में भगवान जगन्न नाथ की नबकलेबर रथ यात्रा के दौरान भगदड़ जैसी स्थिति के बारे में जानकर दुख पहुंचा है जिसमें कुछ श्रद्धालुओं की मृत्युर हो गई और अन्यत घायल हो गए।
मैं राज्य सरकार और अन्यओ एजेंसियों से मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता तथा घायलों को चिकित्सजकीय सहायता उपलब्धृ कराने की अपील करता हूं। काश, भारत के नेता संवेदना जाहिर करने से ज्यादा भी कुछ कर सकें।