हथिनी की मौत के मामले पर केरल के मुख्य वन्यजीव वार्डन का बयान, 'जानबूझकर पटाखे खिलाने के दावे पर भरोसा करना मुश्किल'
दोषियों की तलाश जारी, पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर की पूछताछ
नई दिल्ली। केरल के मलप्पुरम में पटाखे से भरा अनानास खाने के बाद गर्भवती मादा हाथी की मौत के मामले में पुलिस ने एक शख्स को हिरासत में लिया है। इस व्यक्ति से पूछताछ की जा रही है, हालांकि हिरासत में लिए गए शख्स की पहचान अभी नहीं हो सकी है। बता दें कि हथिनी को विस्फोटक खिलाने के मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस घटना ने केंद्र और राज्य सरकार को हिलाकर रख दिया है, सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोग अपना आक्रोश दर्ज करा रहे हैं।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आना बाकि
वन विभाग के प्रधान मुख्य संरक्षक और मुख्य वन्यजीव वार्डन सुरेंद्र कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा, हथिनी की मौत की मुख्य वजहों में विस्फोटक से भरा फल खाना हो सकता है, हालांकि हमारे पास अभी तक इसका कोई सबूत नहीं है। मुख्य वन्यजीव वार्डन का कहना है कि शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि विस्फोटक से हथिनी का मुंह घायल हो गया था। उन्होंने कहा, विस्फोटक किस प्रकार दिया गया, अनानास में, फल में या कपड़े में लपेट कर, इसकी पूरी जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा।
केरल के शीर्ष वन्यजीव अधिकारी ने तोड़ी चुप्पी
इस घटना पर अब केरल के शीर्ष वन्यजीव अधिकारी सुरेंद्र कुमार ने भी अपनी चुप्पी तोड़ते हुए बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, इस दावे पर विश्वास करना मुश्किल है कि हाथी को जानबूझकर पटाखा खिलाया गया था। यह एक जंगली हाथी है और कोई भी समझदार व्यक्ति पटाखा खिलाने के लिए उस हाथी के पास नहीं गया होगा। राज्य के शीर्ष वन्यजीव अधिकारी, कुमार ने यह भी स्पष्ट किया कि हाथी की मौत पलक्कड़ जिले में हुई थी, न कि मलप्पुरम में जैसा कि पहले की रिपोर्ट में बताया गया है।
पटाखा खिलाने को लेकर कोई सबूत नहीं
सुरेंद्र कुमार ने कहा, स्थानीय लोगों ने सबसे पहले हाथी को 23 मई को देखा जिसके बाद वह जंगल में चली गई और 25 मई को वापस लौटी। उन्होंने आगे कहा कि मादा हाथी पूरे दिन नदी में खड़ी रहा और 27 मई को उसकी मौत हो गई। इस संबंध में 28 मई को ही एक मामला दर्ज किया गया था।हमने पहले ही कुछ संदिग्धों की पहचान कर ली है और उनसे पूछताछ की जा रही है। मुख्य वन्यजीव वार्डन सुरेंद्र कुमार ने कहा कि इस दावे का समर्थन करने के लिए कोई सबूत नहीं है कि किसी ने जानबूझकर हाथी को पटाखे से भरा अनानास दिया है, लेकिन विभाग इस पर विचार कर रहा है।
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